बड़ा हादसा : प्रवासियों से भरी नाव पलटी! 7 की मौत
Babushahi Bureau
नई दिल्ली/कुआलालंपुर, 10 नवंबर, 2025 : म्यांमार (Myanmar) से बेहतर जिंदगी की तलाश में निकले प्रवासियों (migrants) से भरी एक नाव (boat) गुरुवार (6 नवंबर) को थाईलैंड (Thailand) और मलेशिया (Malaysia) की समुद्री सीमा के पास हिंद महासागर में पलट गई।
इस दर्दनाक हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 13 लोगों को जीवित (alive) बचा लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह नाव 300 लोगों के एक बड़े समूह का हिस्सा थी, जो तीन अलग-अलग नावों में बंट गए थे; बाकी दो नावों का अभी तक कुछ पता नहीं चला है।
300 लोग, 3 नावें, 1 डूबी
मलेशियाई समुद्री प्रवर्तन एजेंसी (Malaysian Maritime Enforcement Agency) के एक अधिकारी ने बताया कि यह यात्रा म्यांमार के रखाइन (Rakhine) प्रांत के बुथिडॉन्ग (Buthidawng) शहर से शुरू हुई थी, जिसमें करीब 300 लोग सवार थे।
जब यह समूह मलेशिया के पास पहुंचा, तो यात्रियों को तीन छोटी-छोटी नावों में बांट (divided) दिया गया। इन्हीं में से एक नाव गुरुवार को थाईलैंड के तारुताओ द्वीप (Tarutao island) के पास डूब गई।
शनिवार को शुरू हुआ रेस्क्यू
अधिकारियों के मुताबिक, हादसे का सही समय और स्थान तुरंत पता नहीं चल पाया। बचाव अभियान (rescue operation) शनिवार को तब शुरू हुआ, जब कुछ बचे हुए लोग (survivors) और शव (bodies) बहकर मलेशिया के उत्तरी रिसॉर्ट द्वीप लंगकावी (Langkawi) तक पहुंच गए।
1. शनिवार: बचाव दल ने समुद्र से 10 प्रवासियों को जिंदा निकाला और एक महिला का शव बरामद किया।
2. रविवार: खोज का दायरा (search area) बढ़ाया गया, जिसमें 6 और लाशें मिलीं और 3 अन्य लोगों को जीवित बचाया गया। (कुल: 13 जिंदा, 7 मृत)। अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को भी तलाशी अभियान (search operation) जारी रहेगा।
रोहिंग्या (Rohingya) हैं प्रवासी
पुलिस ने पुष्टि की है कि बचाए गए लोगों में कई रोहिंग्या (Rohingya) मुसलमान हैं, जो म्यांमार में दशकों से हो रहे उत्पीड़न (persecution) से बचकर भाग रहे हैं। मलेशिया (Malaysia), मुस्लिम बहुल देश होने के कारण, रोहिंग्या प्रवासियों का पसंदीदा गंतव्य (popular destination) है।
इस घटना के बाद, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (UNHCR) ने क्षेत्रीय (regional) सरकारों से खोज और बचाव अभियान तेज करने की अपील की है। UNHCR के मुताबिक, इस साल (2025) अब तक 5,200 रोहिंग्या शरणार्थी (Rohingya refugees) ऐसी खतरनाक समुद्री यात्राओं पर निकले हैं, जिनमें से 600 लोग या तो लापता (missing) हैं या मृत (dead) माने जा रहे हैं।
(मलेशिया में UNHCR के साथ लगभग 1,17,670 रोहिंग्या शरणार्थी पहले से ही पंजीकृत (registered) हैं, जो देश की कुल शरणार्थी आबादी का 59% हैं।)