Earthquake : सोमवार तड़के '2 देशों' में कांपी धरती! 01:57 AM पर लगा पहला झटका, 02:42 AM पर दूसरा
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 10 नवंबर, 2025 : भारत के दो पड़ोसी देशों, पाकिस्तान (Pakistan) और म्यांमार (Myanmar), में सोमवार (10 नवंबर) तड़के भूकंप (earthquake) के हल्के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) ने पुष्टि की है कि ये झटके अलग-अलग समय पर आए, जिनकी तीव्रता 3.6 और 3.3 रही। इन झटकों का केंद्र (epicenter) जमीन में काफी गहराई (90km और 110km) में था, जिसके कारण अभी तक किसी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
90KM नीचे था पाकिस्तान में केंद्र
NCS ने सोशल मीडिया 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि पाकिस्तान में 3.6 तीव्रता का झटका सुबह 02:42 बजे आया। यह झटका जमीन से 90 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज हुआ। (1 नवंबर को भी पाकिस्तान में 3.6 तीव्रता का भूकंप आया था)।
पाकिस्तान दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय ज़ोन (active seismic zones) में से एक है, क्योंकि यह भारतीय और यूरेशियन टेक्टॉनिक प्लेटों (tectonic plates) के मिलन बिंदु पर स्थित है। देश में कई बड़ी फॉल्ट लाइन (fault lines) होने के कारण यहां बार-बार भूकंप आते हैं।
म्यांमार में भी 3.3 तीव्रता के झटके
इससे पहले, म्यांमार में तड़के 01:57 बजे 3.3 तीव्रता का झटका महसूस किया गया था। इसका केंद्र जमीन के 110 किलोमीटर अंदर था।
म्यांमार भी भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील (sensitive) है, क्योंकि यह चार टेक्टॉनिक प्लेटों (भारतीय, यूरेशियन, सुंडा और बर्मा प्लेट) के बीच फंसा हुआ है। देश की लंबी समुद्री तटरेखा (coastline) होने के कारण यहां सुनामी (tsunami) का जोखिम भी बना रहता है।
'सागाइंग फॉल्ट' है बड़ा खतरा
म्यांमार के बीच से 1400 किलोमीटर लंबी 'सागाइंग फॉल्ट लाइन' (Sagaing Fault line) गुजरती है, जो मंडाले और यांगून (Yangon) जैसे बड़े शहरों के लिए बड़ा भूकंपीय खतरा (seismic hazard) है। (यहां 7.7 और 6.4 तीव्रता के पिछले बड़े भूकंप के बाद, WHO ने टीबी (TB), HIV और पानी/मच्छर से फैलने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ने की चेतावनी भी दी थी।)