UK ने Pro-Khalistan आतंकी समूह Babbar Khalsa की फंडिंग पर लगाई रोक, पढ़ें पूरी ख़बर
Babushahi Bureau
लंदन, 6 दिसंबर, 2025 : यूनाइटेड किंगडम (UK) ने भारत विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद पर नकेल कसते हुए एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाया है। यूके सरकार ने खालिस्तान समर्थक (Pro-Khalistan) आतंकवादी समूह बब्बर खालसा (Babbar Khalsa) की फंडिंग पर रोक लगा दी है। यह कार्रवाई यूके के 'घरेलू आतंकवाद विरोधी ढांचे' (Domestic Counter-Terrorism Regime) के तहत पहली बार की गई है।
बता दें कि इसके साथ ही UK ने एक ब्रिटिश सिख कारोबारी, गुरप्रीत सिंह रेहल (Gurpreet Singh Rehal) की संपत्तियां जब्त कर ली हैं और उस पर कंपनी डायरेक्टर बनने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। उस पर बब्बर खालसा के लिए फंडिंग, भर्ती और हथियार खरीदने जैसी गतिविधियों में शामिल होने का शक है।
हथियार खरीदने और भर्ती करने का है आरोप
यूके के ट्रेजरी विभाग के अनुसार, गुरप्रीत सिंह रेहल बब्बर खालसा और बब्बर अकाली लहर की आतंकी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल है। उस पर आरोप है कि वह इन संगठनों के लिए न केवल वित्तीय सेवाएं मुहैया करा रहा था, बल्कि हथियारों और सैन्य सामग्री की खरीद में भी मदद कर रहा था। इसके अलावा, वह संगठन के लिए नई भर्तियां करने और आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम भी कर रहा था।
डायरेक्टर बनने पर भी लगी रोक
सरकार ने स्पष्ट किया है कि बब्बर अकाली लहर सीधे तौर पर बब्बर खालसा से जुड़ा हुआ है और उसकी आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। नए प्रतिबंधों के तहत, यूके में रेहल या बब्बर अकाली लहर के स्वामित्व या नियंत्रण वाली सभी धनराशि और आर्थिक संसाधनों को फ्रीज कर दिया गया है।
इतना ही नहीं, गुरप्रीत सिंह रेहल को 'डायरेक्टर डिसक्वालिफिकेशन' (Director Disqualification) का भी सामना करना पड़ेगा, जिसका मतलब है कि अब वह किसी भी कंपनी का निदेशक नहीं बन सकता और न ही किसी कंपनी के गठन या प्रबंधन में हिस्सा ले सकता है।
"आतंकियों को नहीं बख्शेंगे"
यूके की ट्रेजरी की आर्थिक सचिव ल्यूसी रिग्बीने इस कार्रवाई पर कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा, "हम चुप नहीं बैठेंगे जब आतंकवादी ब्रिटेन की वित्तीय प्रणाली का शोषण कर रहे हों। यह ऐतिहासिक कार्रवाई दिखाती है कि हम आतंकवाद की फंडिंग को रोकने के लिए अपने पास मौजूद हर उपकरण का उपयोग करने के लिए तैयार हैं, चाहे वह कहीं भी हो और कोई भी जिम्मेदार हो।" उन्होंने कहा कि यूके उन लोगों के खिलाफ शांतिपूर्ण समुदायों के साथ मजबूती से खड़ा है जो हिंसा और नफरत फैलाते हैं।
2019 के नियमों के तहत कार्रवाई
यह कार्रवाई 'काउंटर-टेररिज्म (सैंक्शंस) (ईयू एग्जिट) रेगुलेशंस 2019' के तहत की गई है, जो ट्रेजरी विभाग को आतंकवाद में शामिल संदिग्ध व्यक्तियों और संस्थाओं की संपत्ति फ्रीज करने का अधिकार देती है। बता दें कि बब्बर खालसा पहले से ही एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन (Proscribed Terrorist Organisation) है।