मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने गोरखपुर अणु विद्युत परियोजना का किया दौरा
हरियाणा और उत्तर भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगी यह अत्याधुनिक परियोजना
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 14 जून 2025 – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय ऊर्जा एवं आवासन मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को फतेहाबाद जिले के गोरखपुर स्थित हरियाणा अणु विद्युत परियोजना (एचएपीपी) का संयुक्त रूप से दौरा कर निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। यह परियोजना हरियाणा की सबसे महत्त्वाकांक्षी ऊर्जा परियोजनाओं में से एक मानी जा रही है।
परमाणु ऊर्जा: स्वच्छ, सुरक्षित और दीर्घकालिक समाधान
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि "परमाणु ऊर्जा वातावरण के लिहाज से सबसे बेहतर ऊर्जा विकल्प है।" उन्होंने अधिकारियों को निर्माण कार्यों को तय मानकों के अनुसार तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से प्रदेश की ऊर्जा क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी और आमजन को सस्ती व निर्बाध बिजली उपलब्ध होगी।
उत्तर भारत को मिलेगी ऊर्जा आत्मनिर्भरता – मनोहर लाल
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह परियोजना न केवल हरियाणा बल्कि पूरे उत्तर भारत की दीर्घकालिक ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगी। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेट ज़ीरो कार्बन उत्सर्जन के 2070 लक्ष्य की दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में यह संयंत्र भारत को अग्रणी बनाएगा।
सुरक्षा और जनजागरूकता को प्राथमिकता
दोनों नेताओं ने यह सुनिश्चित करने पर बल दिया कि परियोजना की सुरक्षा मानकों में कोई कोताही न हो। साथ ही लोगों में परमाणु सुरक्षा को लेकर भ्रम दूर करने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी मानसून सीजन में संयंत्र परिसर में 20,000 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
CSR से होंगे दूरदर्शी विकास कार्य
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को CSR फंड का प्रभावी और पारदर्शी उपयोग सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर स्थानीय विकास कार्यों को प्राथमिकता देने की बात कही।
समीक्षा और निरीक्षण
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने परियोजना साइट का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों से विस्तार में जानकारी ली। इस दौरान उन्हें एनपीसीआईएल द्वारा परियोजना की प्रगति, CSR गतिविधियों और सुरक्षा उपायों पर प्रेजेंटेशन दिया गया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्तित्व
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (पावर) अपूर्व कुमार सिंह, सीईए सदस्य अजय तालेगांवकर, परियोजना निदेशक जिवेंद्र कुमार जैन, एचआरपीए निदेशक सुरेश बाबू, निदेशक परियोजनाएं एन के मिठरवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
यह परियोजना 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में अहम भूमिका निभाएगी।
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