PM Modi ने नेपाल की नई PM सुशीला कार्की को किया फोन! Tweet कर दी ये जानकारी
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 18 सितंबर, 2025 : नेपाल में हाल ही में हुए बड़े राजनीतिक फेरबदल के बीच, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल की नई अंतरिम प्रधानमंत्री (Interim Prime Minister) सुशीला कार्की से फोन पर बात की है। इस बातचीत में पीएम मोदी ने नेपाल में शांति और स्थिरता बहाल करने के प्रयासों के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
PM Modi ने ट्वीट कर दी जानकारी
पीएम मोदी ने इस बातचीत की जानकारी 'X' पर एक पोस्ट के जरिए दी। उन्होंने लिखा, "नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री श्रीमती सुशीला कार्की से आत्मीय बातचीत हुई। हाल ही में 'Gen Z' आंदोलन के दौरान हुई जानमाल की दुखद हानि पर दिल से संवेदना व्यक्त की और शांति बहाल करने के प्रयासों के लिए भारत के दृढ़ समर्थन को दोहराया।"
इसके साथ ही, पीएम मोदी ने 19 सितंबर को नेपाल के राष्ट्रीय दिवस (संविधान दिवस) के अवसर पर प्रधानमंत्री सुशीला कार्की और नेपाल की जनता को अग्रिम शुभकामनाएं भी दीं।
Had a warm conversation with Mrs. Sushila Karki, Prime Minister of the Interim Government of Nepal. Conveyed heartfelt condolences on the recent tragic loss of lives and reaffirmed India’s steadfast support for her efforts to restore peace and stability. Also, I extended warm…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 18, 2025
कैसे बदली नेपाल की सत्ता?
नेपाल में यह राजनीतिक संकट एक बड़े युवा आंदोलन के बाद आया है, जिसे 'Gen Z' आंदोलन का नाम दिया गया।
1. आंदोलन की वजह: यह आंदोलन सोशल मीडिया पर सरकारी बैन के खिलाफ शुरू हुआ था, लेकिन जल्द ही यह तत्कालीन केपी ओली सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और उदासीनता को लेकर एक बड़े विद्रोह में बदल गया।
2. ओली का इस्तीफा: हिंसक प्रदर्शनों और भारी दबाव के बाद, तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को 12 सितंबर को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
3. सुशीला कार्की बनीं अंतरिम PM: इसके बाद, राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल, सैन्य अधिकारियों और आंदोलनकारी युवाओं के बीच हुई एक बैठक में सुशीला कार्की को सर्वसम्मति से अंतरिम सरकार का मुखिया चुना गया। वह नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं।
भारत सरकार ने नेपाल में हुए इस सत्ता परिवर्तन का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे देश में शांति और स्थिरता आएगी। भारत के विदेश मंत्रालय ने भी स्पष्ट किया है कि एक करीबी पड़ोसी और लोकतांत्रिक साझेदार होने के नाते भारत नेपाल के लोगों के कल्याण के लिए मिलकर काम करना जारी रखेगा।
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