चुनाव आयोग आज देशभर में SIR की तारीखों का करेगा ऐलान
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर, 2025 : लोकतंत्र की बुनियाद यानी मतदाता सूची (Voter List) को पूरी तरह से साफ-सुथरा और अपडेट (up-to-date) करने के लिए चुनाव आयोग (ECI) आज एक बड़े राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत करने जा रहा है। करीब दो दशक के लंबे अंतराल के बाद, आयोग आज शाम "विशेष गहन संशोधन" (Special Intensive Revision – SIR) की तारीखों का ऐलान करेगा।
यह महत्वपूर्ण घोषणा आज शाम 4:15 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस (press conference) में की जाएगी, जिसमें मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार (CEC Gyanesh Kumar) और दोनों निर्वाचन आयुक्त सुखबीर सिंह संधु (Sukhbir Singh Sandhu) व विवेक जोशी (Vivek Joshi) मौजूद रहेंगे।
क्या है SIR और क्यों है यह खास?
SIR मतदाता सूची को अपडेट करने की एक सामान्य वार्षिक प्रक्रिया से कहीं ज़्यादा व्यापक और गहन अभियान है। इस 'महा-सत्यापन' की जरूरत बढ़ती शहरीकरण (urbanization) और माइग्रेशन (migration) के कारण महसूस की गई है।1
1. SIR में क्या-क्या होगा:
1.1 नए मतदाताओं का पंजीकरण (Registration of New Voters)।
1.2 मृत (dead), डुप्लिकेट (duplicate) या स्थायी रूप से स्थानांतरित (permanently shifted) हो चुके मतदाताओं के नाम हटाना (Deletion)।
1.3 मतदाताओं के पते (address) और अन्य विवरणों को अपडेट करना।
1.4 फोटो पहचान पत्रों (Photo-ID) का सत्यापन और सुधार।
2. उद्देश्य: आयोग का कहना है कि इसका मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची की पारदर्शिता (transparency) और विश्वसनीयता (credibility) को बढ़ाना है। साथ ही, कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसका एक अहम मकसद अवैध विदेशी प्रवासियों (illegal foreign migrants), खासकर बांग्लादेश और म्यांमार से आए लोगों की पहचान कर उन्हें सूची से बाहर करना भी है, जिसके लिए जन्म स्थान (birthplace) की जांच पर जोर रहेगा।
पहले चरण में 10-15 राज्य, चुनावी राज्यों पर खास नजर
सूत्रों के अनुसार, SIR को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।
1. पहला चरण: इसमें लगभग 10 से 15 राज्यों को शामिल किया जाएगा।
2. फोकस राज्य: इनमें मुख्य रूप से वे 5 राज्य होंगे जहां 2026 में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने हैं – तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुडुचेरी। इन राज्यों में मतदाता सूची की शुद्धता का सीधा असर चुनाव परिणामों पर पड़ सकता है।
3. छूट: जिन राज्यों में फिलहाल स्थानीय निकायों (local body elections) के चुनाव होने हैं, वहां SIR प्रक्रिया बाद में शुरू की जाएगी, ताकि चुनावी मशीनरी पर दोहरा बोझ न पड़े।
BLO करेंगे घर-घर सत्यापन, 31 दिसंबर कट-ऑफ डेट
इस पूरी प्रक्रिया में बूथ लेवल अधिकारियों (Booth Level Officers - BLOs) की भूमिका सबसे अहम होगी।
1. BLO हर मतदाता के घर जाकर प्री-फिल्ड फॉर्म (pre-filled forms) पहुंचाएंगे और जानकारी का सत्यापन (verification) करेंगे।
2. इस प्रक्रिया के लिए कट-ऑफ डेट (cut-off date) 31 दिसंबर रहेगी, यानी जो भी नागरिक इस तारीख तक 18 वर्ष का हो जाएगा, उसे मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा।
2 दशक में कितने बढ़े वोटर?
1. आंध्र प्रदेश में 2003-04 में 5.5 करोड़ वोटर थे, अब 6.6 करोड़ हैं।
2. उत्तर प्रदेश में 2003 में 11.5 करोड़ थे, अब 15.9 करोड़ हैं।
3. दिल्ली में 2008 में 1.1 करोड़ थे, अब 1.5 करोड़ हैं।
4. देशभर में कुल मतदाता करीब 99.1 करोड़ हैं।
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