Breaking : पत्रकार की चाकू मारकर की हत्या! पढ़ें पूरी ख़बर
Babushahi Bureau
प्रयागराज, 24 अक्टूबर, 2025 : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) का सिविल लाइंस इलाका गुरुवार देर रात सनसनी से दहल गया। यहां पत्थर गिरिजाघर के पास एक पत्रकार की बेरहमी से चापड़ मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड के कुछ ही घंटों बाद, पुलिस ने मुख्य आरोपी को धूमनगंज इलाके में एक एनकाउंटर (Encounter) में धर दबोचा।
मारे गए पत्रकार की पहचान 54 वर्षीय लक्ष्मी नारायण सिंह उर्फ पप्पू के रूप में हुई है, जो इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह के चचेरे भतीजे थे। पप्पू धूमनगंज के रहने वाले थे और एक न्यूज चैनल व पोर्टल के लिए काम कर रहे थे।
क्या थी हत्या की वजह? (दोस्त की मां का विवाद)
प्रारंभिक जांच में हत्या का जो कारण सामने आया है, वह एक दिन पुराना विवाद है।
1. एडिशनल सीपी (Addl. CP) कानून-व्यवस्था डॉ. अजय पाल शर्मा के मुताबिक, एक दिन पहले (बुधवार को) पप्पू के दोस्त साहिल की मां का मुख्य आरोपी विशाल से किसी बात पर झगड़ा हुआ था।
2. उस वक्त पप्पू ने अपने दोस्त साहिल का पक्ष लेते हुए बीच-बचाव (intervened) किया था।
3. इसी रंजिश को लेकर गुरुवार रात विशाल ने फिर से पप्पू को घेरा। आरोप है कि विशाल ने खुल्दाबाद स्थित मछली मंडी से हत्या के इरादे से ही चापड़ (cleaver) खरीदा था, जिससे उसने पप्पू पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।
"चाचा बचा लीजिए..." - आखिरी फोन कॉल
मृतक पप्पू के चाचा और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि गुरुवार रात उनके पास भतीजे का फोन आया। उस वक्त वह एक डॉक्टर के पास थे।
1. पप्पू ने फोन पर घबराहट में कहा, "चाचा बचा लीजिए।"
2. यह सुनकर वे परेशान हो गए और उन्होंने तुरंत पुलिस को जानकारी दी।
3. खबर पाकर पहुंची सिविल लाइंस पुलिस जख्मी पप्पू को स्वरूपरानी नेहरू (SRN) अस्पताल लेकर गई, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
4. खबर मिलते ही बड़ी संख्या में वकील और पत्रकार अस्पताल पहुंच गए और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस एनकाउंटर में पकड़ा गया आरोपी
हत्याकांड के बाद, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रामाश्रय यादव को आरोपी विशाल के बारे में इनपुट मिला।
1. पुलिस टीम ने उसे पकड़ने के लिए धूमनगंज स्थित नेहरू पार्क में घेराबंदी (cordoned off) की।
2. पुलिस को देखते ही विशाल ने उन पर तमंचे (country-made pistol) से फायर झोंक दिया।
3. पुलिस ने आत्मरक्षा (self-defence) में जवाबी फायरिंग (retaliatory firing) की, जिसमें विशाल के दोनों पैरों में तीन से चार गोलियां लगीं।
4. उसे घायल हालत में गिरफ्तार कर (उसी) एसआरएन अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। उसके कब्जे से तमंचा, खोखा कारतूस और कारतूस बरामद हुए हैं।
दो अन्य संदिग्ध हिरासत में
एडिशनल सीपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने कहा कि इस हत्याकांड में विशाल के साथ एक और साथी का नाम सामने आया है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। इसके अलावा, दो अन्य संदिग्धों को भी हिरासत (detained) में लेकर पूछताछ की जा रही है।
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