जनता की आवाज़ अब सीधे राजभवन तक — राज्यपाल कटारिया की सराहनीय पहल”
“अब सिर्फ सुनवाई नहीं, समाधान भी होगा”
जनता दरबार से शासन का नया अध्याय शुरू
राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने कहा— मैं जनता का सेवक हूं, समाधान मेरा धर्म है
शासन और जनता के बीच संवाद का नया पुल — राज्यपाल कटारिया का जनता दरबार”
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 16 जुलाई:
पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने बुधवार को एक नई पहल करते हुए यूटी सचिवालय में नियमित जनसुनवाई (जनता दरबार) की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने आम लोगों से सीधे संवाद किया और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना।
जनता दरबार में बड़ी संख्या में शहरवासी पहुँचे और नागरिक सुविधाओं, सार्वजनिक सेवाओं तथा कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी समस्याएं साझा कीं। राज्यपाल ने प्रत्येक शिकायत को ध्यानपूर्वक सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
“सिर्फ सुनना नहीं, समाधान करना है”
हर शिकायत का रिकॉर्ड बनेगा, तय समय में होगा निवारण
राज्यपाल कटारिया ने कहा, “जब तक जनता को नहीं सुनोगे, तब तक उसकी पीड़ा नहीं समझ सकोगे। यह सिर्फ संवाद नहीं, समाधान की प्रक्रिया है। हर शिकायत का रजिस्टर में रिकॉर्ड रखा जाएगा और सुनिश्चित किया जाएगा कि समयबद्ध समाधान हो।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नागरिकों को मिलने से पहले यह पता होना चाहिए कि वे किस विषय पर आ रहे हैं, ताकि अधिकारियों द्वारा नियमों के तहत समुचित समाधान तैयार किया जा सके।
"जनता का सेवक हूँ, यह मेरा धर्म है"
संविधान की जिम्मेदारी निभाने की प्रेरणादायक मिसाल
राज्यपाल कटारिया ने कहा, “मैं जनता का सेवक हूँ। इस संवैधानिक पद की गरिमा तभी बनी रहेगी जब हम जनता की समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाएं। इस कुर्सी पर बैठकर, उस कुर्सी की हिफाजत कैसे हो — यही मेरा धर्म है।”
प्रशासकीय बैठक में उठाए ठोस कदम
शिकायतों की समीक्षा, पारदर्शिता और जवाबदेही का निर्देश
जनता दरबार के बाद राज्यपाल ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने जनशिकायतों की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी समस्याओं के समाधान में संवेदनशीलता, तत्परता और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
राज्यपाल की यह पहल जनता और प्रशासन के बीच सेतु बन रही है। यह लोकतंत्र को जीवंत बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम है, जिसमें आम नागरिक की आवाज़ सीधे सुनी जा रही है और समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है।
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →