Alert! 160 KMPH की रफ्तार वाला 'महा-तूफान' मचाएगा भारी तबाही, जानें कौन-कौन से देश हैं इसके निशाने पर
Babushahi Bureau
नई दिल्ली | 16 अगस्त, 2025 : अटलांटिक महासागर में उत्पन्न हुए तूफान एरिन (Hurricane Erin) ने तेजी से रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में यह एक बहुत बड़े और खतरनाक तूफान में बदल सकता है। यूएस नेशनल हरिकेन सेंटर (US National Hurricane Center - NHC) ने शुक्रवार देर रात जारी अपनी सलाह (Advisory) में बताया कि यह तूफान रविवार तक श्रेणी-2 (Category-2) से श्रेणी-4 (Category-4) की तीव्रता तक पहुंच सकता है, जो इसकी भयावहता को दर्शाता है।
किन क्षेत्रों में तूफान का खतरा?
एनएचसी के अनुसार, तूफान एरिन वर्तमान में लीवार्ड द्वीप समूह (Leeward Islands) के उत्तर से गुजर रहा है। इसके प्रभाव से अगले 24 घंटों में एंगुइला, सेंट मार्टिन, सेंट बार्थेलेमी, साबा, सेंट यूस्टेसिअस और सिंट मार्टन जैसे क्षेत्रों में तूफानी स्थितियां (Stormy Conditions) पैदा हो सकती हैं। शुक्रवार रात 8 बजे तक इस तूफान की गति 85 मील प्रति घंटा (mph) दर्ज की गई थी, जो रात 11 बजे तक बढ़कर 100 मील प्रति घंटा (लगभग 160 किलोमीटर प्रति घंटा) हो गई।
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि यह तूफान उत्तरी लीवार्ड द्वीप समूह, वर्जिन द्वीप समूह (Virgin Islands) और प्यूर्टो रिको (Puerto Rico) के बेहद करीब से गुजरेगा। इन क्षेत्रों के साथ-साथ, तुर्क्स एंड कैकोस (Turks and Caicos) और दक्षिण-पूर्वी बहामास (Southeastern Bahamas) को भी सतर्क रहने की सलाह (Advised to be Alert) दी गई है।
अमेरिका (USA) के लिए फिलहाल राहत, पर तटों पर दिखेगा असर
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह तूफान फिलहाल अमेरिका के दक्षिणी फ्लोरिडा (Southern Florida) से काफी दूर रहेगा और वहां इसके टकराने की संभावना बहुत कम है। हालांकि, फ्लोरिडा से लेकर न्यू इंग्लैंड (New England) और अटलांटिक कनाडा (Atlantic Canada) तक के समुद्री तटों पर ऊंची लहरें (High Waves) देखी जा सकती हैं।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि हरिकेन एरिन प्यूर्टो रिको के उत्तर से श्रेणी-3 (Category-3) या उससे अधिक की ताकत के साथ गुजरेगा। इसके बाहरी हिस्सों के कारण रविवार तक प्यूर्टो रिको और वर्जिन द्वीप समूह में 4 इंच तक बारिश हो सकती है। इसके साथ ही, 50 मील प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं (Strong Winds) और भूस्खलन (Landslides) का खतरा भी होगा।
MA
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