Big Breaking : सुबह 4 बजे 70 गाड़ियों में पहुंची आयकर विभाग की टीम! इस बड़े 'मीट कारोबारी' के ठिकानों पर मारी रेड
Babushahi Bureau
संभल/नई दिल्ली, 14 अक्टूबर, 2025 : उत्तर प्रदेश के संभल स्थित बड़े मीट निर्यातक (meat exporter) इंडिया फ्रोजन फूड कंपनी पर आयकर विभाग (Income Tax department) ने एक बड़ी और समन्वित कार्रवाई की है। सोमवार सुबह 4 बजे से शुरू हुई यह छापेमारी संभल, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, बरेली, मुरादाबाद और बुलंदशहर समेत 7 शहरों में कंपनी से जुड़े 30 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ की जा रही है।
मीट कारोबारी भाइयों इमरान और इरफान के कारखानों, घरों और दफ्तरों पर सौ से ज्यादा अधिकारियों की टीम दस्तावेजों को खंगाल रही है। सभी ठिकानों पर दरवाजे अंदर से बंद कर दिए गए हैं और किसी को भी बाहर आने-जाने की इजाजत नहीं है। इसे जिले की अब तक की सबसे बड़ी रेड (raid) माना जा रहा है, जिसके अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
7 शहरों में 100 से ज्यादा अधिकारियों का 'महा-एक्शन'
यह छापेमारी बेहद सुनियोजित तरीके से की गई है। सोमवार तड़के 70 से ज्यादा कारों में सवार होकर 100 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी संभल पहुंचे, जिसमें लखनऊ और दिल्ली की टीमें भी शामिल थीं। टीमों ने एक साथ कई ठिकानों पर कार्रवाई शुरू की:
1. मुख्य टारगेट: चिमियावली स्थित इंडिया फ्रोजन फूड की मीट फैक्टरी।
2. मालिकों के घर: कारोबारी भाई इमरान और इरफान के आवास।
3. अन्य ठिकाने: उनके रिश्तेदारों, मैनेजरों और कर्मचारियों के घरों पर भी टीमें छानबीन कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन ठिकानों से टीम को कुछ अहम जानकारी मिली है।
सुबह 4 बजे का समय क्यों चुना गया?
आयकर विभाग ने कार्रवाई के लिए सुबह 4 बजे का समय चुना, जो रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण था।
1. यह वह समय होता है जब फैक्टरी में पशुओं का कटान पूरा हो चुका होता है और मीट की सप्लाई के लिए कंटेनर निकल रहे होते हैं।
2. इस दौरान फैक्टरी में दस्तावेजों की देखरेख करने वाले कर्मचारियों सहित 100 से ज्यादा मजदूर और कर्मचारी मौजूद थे, जिन्हें जांच में सहयोग के लिए अंदर ही रोक लिया गया है।
3. उनके खाने-पीने की व्यवस्था फैक्टरी की कैंटीन में ही की गई है और कार्रवाई पूरी होने के बाद ही उन्हें बाहर जाने दिया जाएगा।
कौन हैं कारोबारी इमरान और इरफान?
इमरान और इरफान ने लगभग 20 साल पहले हड्डी के कारोबार से अपना काम शुरू किया था। आज वे मीट के बड़े कारोबारी बन चुके हैं और उनका कारोबार कई सौ करोड़ रुपये का बताया जाता है।
1. संभल की मुख्य फैक्टरी के अलावा, ये दोनों भाई हापुड़, बरेली और कैराना में भी मीट फैक्ट्रियां संचालित करते हैं।
2. उनकी कंपनी बड़े पैमाने पर मीट का निर्यात (export) करती है और मुरादाबाद, बदायूं, अमरोहा समेत कई जिलों में खुदरा दुकानों पर भी सप्लाई करती है। टीम इन सप्लाई ठेकेदारों से भी पूछताछ कर रही है।
सोशल मीडिया पर 'एक डायरी' की चर्चा
छापेमारी शुरू होते ही यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस दौरान एक 'डायरी' की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह टीम के हाथ लगी है। हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन यह डायरी फिलहाल इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →