Google का भारत अब तक का सबसे बड़ा निवेश! सुंदर पिचाई ने PM मोदी को किया ब्रीफ, इस शहर में बनेगा AI हब
Babushahi Bureau (ANI)
नई दिल्ली/विशाखापत्तनम, 14 अक्टूबर, 2025 : टेक की दुनिया की दिग्गज कंपनी गूगल (Google) ने मंगलवार को भारत में अपने अब तक के सबसे बड़े निवेश की घोषणा की है। कंपनी अगले पांच वर्षों में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश कर एक विशाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हब स्थापित करेगी। यह अमेरिका के बाहर गूगल का सबसे बड़ा AI हब होगा। इस घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे 'विकसित भारत' की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
यह घोषणा नई दिल्ली में गूगल द्वारा आयोजित 'भारत AI शक्ति' ('Bharat AI Shakti') कार्यक्रम के दौरान की गई। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और अश्विनी वैष्णव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और राज्य के आईटी मंत्री नारा लोकेश भी मौजूद थे।
PM मोदी ने कहा- "यह 'AI for All' सुनिश्चित करेगा"
गूगल के इस ऐलान पर खुशी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (X) पर एक पोस्ट में कहा, "विशाखापत्तनम जैसे गतिशील शहर में गूगल AI हब के लॉन्च से बेहद खुशी हुई। यह बहुआयामी निवेश, जिसमें गीगावाट-स्केल डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है, एक 'विकसित भारत' (Viksit Bharat) बनाने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है।"
उन्होंने आगे कहा, "यह टेक्नोलॉजी को लोकतांत्रिक बनाने में एक शक्तिशाली ताकत होगी। यह 'सभी के लिए AI' (AI for All) भी सुनिश्चित करेगा, हमारे नागरिकों को अत्याधुनिक उपकरण प्रदान करेगा, हमारी डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा और वैश्विक प्रौद्योगिकी नेता के रूप में भारत की जगह को सुरक्षित करेगा।"
गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने PM मोदी से की बात
गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने बताया कि उन्होंने इस प्रोजेक्ट के बारे में प्रधानमंत्री मोदी से बात की है। पिचाई ने इसे एक "ऐतिहासिक विकास" (landmark development) बताते हुए कहा, "यह हब गीगावाट-स्केल कंप्यूट कैपेसिटी, एक नया अंतरराष्ट्रीय सबसी गेटवे और बड़े पैमाने पर एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर को एक साथ लाता है। इसके माध्यम से हम भारत में उद्यमों और उपयोगकर्ताओं के लिए अपनी इंडस्ट्री-लीडिंग तकनीक लाएंगे, जिससे AI इनोवेशन में तेजी आएगी और पूरे देश में विकास को बढ़ावा मिलेगा।"
क्या है गूगल AI हब प्रोजेक्ट?
यह प्रोजेक्ट भारत के डिजिटल भविष्य के लिए एक ऐतिहासिक निवेश माना जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से तीन चीजें शामिल हैं:
1. गीगावाट-स्केल डेटा सेंटर (Gigawatt-scale Data Center): अडानीकनेक्स (AdaniConneX) और एयरटेल (Airtel) के साथ साझेदारी में एक विशाल डेटा सेंटर कैंपस बनाया जाएगा, जो गूगल के सर्च, वर्कस्पेस और यूट्यूब जैसे प्रोडक्ट्स को पावर देने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर जैसा ही अत्याधुनिक होगा।
2. अंतरराष्ट्रीय सबसी गेटवे (International Subsea Gateway): विशाखापत्तनम में कई अंतरराष्ट्रीय सबसी केबल (subsea cables) के लिए एक लैंडिंग स्टेशन बनाया जाएगा, जो गूगल के वैश्विक नेटवर्क से जुड़ेगा। यह भारत के पूर्वी तट को दुनिया से जोड़ने वाला एक प्रमुख कनेक्टिविटी हब बनेगा और मुंबई-चेन्नई के मौजूदा रूट्स को एक नया विकल्प देगा।
3. एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर (Energy Infrastructure): चूंकि AI इंफ्रास्ट्रक्चर में बहुत अधिक ऊर्जा की खपत होती है, गूगल आंध्र प्रदेश में स्थानीय भागीदारों के साथ मिलकर क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स, नई ट्रांसमिशन लाइनों और स्टोरेज सिस्टम पर भी काम करेगा।
"भारत में गूगल की जड़ें गहरी हैं" - थॉमस कुरियन
गूगल क्लाउड के CEO थॉमस कुरियन ने कहा, "यह अमेरिका के बाहर दुनिया में कहीं भी हमारा सबसे बड़ा AI हब निवेश है। गूगल भारत में 21 वर्षों से है, और हमारे 5locations में 14,000 लोग काम करते हैं।" उन्होंने बताया कि यह नया हब गूगल के 12 देशों में फैले AI केंद्रों के वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा होगा।
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