Himachal Pradesh: दादा का अंतिम संस्कार, पोते ने भी छोड़ा संसार; ठियोग के झाखड़ी में सिर पर चोट लगने से आईजीएमसी में मौत
बाबूशाही ब्यूरो
शिमला, 13 नवंबर 2025 :
कहते हैं, कुछ रिश्ते इतने गहरे होते हैं कि जिंदगी और मौत भी उनके बंधन को तोड़ नहीं पाती। ठियोग क्षेत्र की सिरयून पंचायत के झाखड़ी गांव में बुधवार को 82 वर्षीय मस्तराम के निधन के बाद जब परिवारजन उनका अंतिम संस्कार कर लौट रहे थे, तभी उनके 34 वर्षीय पोते लोकेंद्र वर्मा की भी अचानक मौत हो गई। परिवार के लिए यह क्षण मानो आसमान टूट पड़ने जैसा था।
जानकारी के अनुसार, जब सभी परिजन अंतिम संस्कार से लौट रहे थे, उसी दौरान लोकेंद्र का पैर फिसल गया और वह नीचे गिर गया। गिरने से उनके सिर पर गंभीर चोट आई। परिजन तुरंत उसेें ठियोग अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे आईजीएमसी शिमला रेफर किया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
गांव में यह खबर जैसे ही फैली, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। लोग अब भी यह विश्वास नहीं कर पा रहे कि कुछ ही घंटों के भीतर दादा-पोते दोनों की अर्थियां एक ही घर से उठीं। गांव के लोगों ने बताया कि मस्तराम और लोकेंद्र के बीच बहुत गहरा स्नेह संबंध था। लोकेंद्र अकसर अपने दादा की देखभाल खुद करते थे। एक ओर जहां मस्तराम के निधन पर गांव शोक में डूबा था, वहीं पोते लोकेंद्र की असमय मौत ने उस दुख को और गहरा कर दिया। जिला परिषद सदस्य राजेश कंवर ने बताया कि इस घटना से पूरा गांव शोक में डूब गया है। (SBP)
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