National Highway पर लगा जाम! पिकनिक से लौट रहे 500 बच्चे 12 घंटे भूखे-प्यासे फंसे, मां-बाप परेशान
Babushahi Bureau
मुंबई/पालघर, 16 अक्टूबर, 2025 : मुंबई-अहमदाबाद नेशनल हाईवे (Mumbai-Ahmedabad National Highway) पर प्रशासनिक लापरवाही के कारण लगा एक भीषण ट्रैफिक जाम, स्कूल पिकनिक से लौट रहे 500 से अधिक बच्चों के लिए एक भयावह अनुभव बन गया। मंगलवार शाम से बुधवार सुबह तक, लगभग 12 घंटे तक बच्चे अपनी बसों में बिना भोजन और पानी के फंसे रहे। भूख और थकान से रोते बच्चों की तस्वीरें दिल दहला देने वाली थीं, जबकि उनके माता-पिता पूरी रात अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए बेचैन रहे।
पिकनिक से लौटते वक्त फंसे बच्चे
ठाणे और मुंबई के विभिन्न स्कूलों के कक्षा 5 से 10 तक के छात्र 12 बसों में सवार होकर विरार के पास एक स्कूल पिकनिक से लौट रहे थे। मंगलवार शाम करीब 5:30 बजे वसई के पास उनकी बसें कई किलोमीटर लंबे जाम में फंस गईं। हालात इतने खराब थे कि गाड़ियां इंच-इंच कर रेंग रही थीं। रात भर बच्चे भूख, प्यास और थकान से बेहाल होते रहे।
सामाजिक संगठनों ने की मदद, प्रशासन पर उठे सवाल
जैसे ही बच्चों के फंसे होने की खबर फैली, स्थानीय सामाजिक संगठन मदद के लिए आगे आए। उन्होंने फंसे हुए बच्चों तक पानी की बोतलें और बिस्कुट पहुंचाए और ड्राइवरों को वैकल्पिक रास्तों से निकलने में मदद की। इस पूरी घटना के दौरान पुलिस या प्रशासन की ओर से कोई खास मदद न मिलने पर माता-पिता और स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा है।
एक अभिभावक ने गुस्से में कहा, "हमारे बच्चे घंटों तक असहाय फंसे रहे। न कोई पुलिस थी, न कोई जानकारी, न कोई व्यवस्था। यह अधिकारियों की सरासर नाकामी है।"
क्यों लगा इतना लंबा जाम?
अधिकारियों के अनुसार, इस महाजाम की मुख्य वजह ठाणे के घोड़बंदर हाईवे पर चल रहे मरम्मत कार्य (repair work) थे। इस वजह से भारी वाहनों को मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर डायवर्ट (divert) कर दिया गया, जिससे इस रूट पर ट्रैफिक का दबाव अचानक कई गुना बढ़ गया और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
लोगों ने इस घटना के लिए खराब योजना (poor planning) और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय की कमी (lack of coordination) को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने मांग की है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाए जाएं। फंसी हुई आखिरी बस बुधवार सुबह करीब 6 बजे अपने गंतव्य तक पहुंच सकी।
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