भारत की ‘Akash Missile' खरीदने को बेताब हुआ यह बड़ा देश, जल्द हो सकती है ऐतिहासिक डील
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर, 2025 : 'मेक इन इंडिया' (Make in India) और 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय सफलता मिली है। ब्राजील द्वारा गहरी रुचि दिखाए जाने के बाद, अब भारत ने अपनी स्वदेशी रूप से विकसित 'आकाश' मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति के लिए ब्राजील के सामने एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखा है।
यह प्रस्ताव रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और ब्राजील के उपराष्ट्रपति व रक्षा मंत्री गेराल्डो अल्कमिन के बीच बुधवार को हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक के दौरान रखा गया। अगर यह सौदा सफल होता है, तो यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक रक्षा निर्यात सौदा (defence export deal) साबित हो सकता है।
उच्च-स्तरीय बैठक में क्या हुआ?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और ब्राजील के उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन के बीच हुई इस बैठक में रक्षा उपकरणों के सह-विकास और सह-उत्पादन (co-development and co-production) पर भी चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने रक्षा सहयोग को और गहरा करने पर सहमति जताई, जिसमें संयुक्त सैन्य अभ्यास (joint military exercises) और प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं। यह सौदा सिर्फ एक खरीद-बिक्री का समझौता नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी (strategic partnership) की नींव रख सकता है।
ब्राजील को क्यों पसंद आई 'आकाश' मिसाइल?
ब्राजील की इस मिसाइल प्रणाली में गहरी रुचि का मुख्य कारण इसका युद्ध के मैदान में सिद्ध प्रदर्शन है।
1. 'ऑपरेशन सिंदूर' का हीरो: हाल ही में 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान इस प्रणाली ने पाकिस्तानी ड्रोनों और मिसाइलों को सफलतापूर्वक मार गिराकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया था।
2. अचूक निशाना: यह प्रणाली 25 से 30 किलोमीटर की दूरी तक और 18 किलोमीटर की ऊंचाई तक किसी भी हवाई लक्ष्य को भेद सकती है। एक साथ दो मिसाइल दागे जाने पर इसकी लक्ष्य को भेदने की संभावना (kill probability) 99% तक है।
3. अत्याधुनिक तकनीक: यह मिसाइल 'राजेंद्र' नामक अत्याधुनिक रडार से लैस है, जो एक साथ कई लक्ष्यों पर नज़र रख सकता है और कई मिसाइलों को निर्देशित कर सकता है। यह भारी बारिश और खराब मौसम में भी प्रभावी ढंग से काम करती है।
आकाश मिसाइल प्रणाली की मुख्य विशेषताएं
1. प्रकार: यह सतह से हवा में मार करने वाली एक मोबाइल मिसाइल प्रणाली (Surface-to-Air Missile - SAM) है।
2. रेंज: यह 4.5 किमी से लेकर 30 किमी तक के लक्ष्य को निशाना बना सकती है।
3. गति: इसकी गति मैक 2.5 से 3.5 (लगभग 4,200 किमी/घंटा) तक है, जो इसे बेहद तेज बनाती है।
4. वारहेड: इसमें 60 किलोग्राम का उच्च-विस्फोटक वारहेड होता है, जो लक्ष्य को पूरी तरह नष्ट करने में सक्षम है।
5. क्षमता: यह लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइल, ड्रोन और हेलीकॉप्टर जैसे हवाई खतरों को बेअसर कर सकती है।
6. गतिशीलता: इसे ट्रक या टैंक जैसे पहिएदार और ट्रैक्ड प्लेटफॉर्म पर आसानी से ले जाया जा सकता है।
भारत और ब्राजील के लिए इस सौदे का महत्व
1. ब्राजील के लिए: यह सौदा ब्राजील को खतरनाक ड्रोन, लड़ाकू विमानों और क्रूज मिसाइलों से एक मजबूत हवाई सुरक्षा कवच (air defence shield) प्रदान करेगा। साथ ही, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (technology transfer) से ब्राजील का अपना रक्षा उद्योग भी मजबूत होगा।
2. भारत के लिए: आर्मेनिया के बाद ब्राजील के साथ यह सौदा भारत को एक प्रमुख रक्षा निर्यातक देश के रूप में स्थापित करेगा। यह 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी और दुनिया में भारत की स्वदेशी रक्षा तकनीक की विश्वसनीयता को और बढ़ाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि 'आकाश' की सफलता और इसका सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड इसे ब्राजील जैसे देशों के लिए एक आकर्षक और विश्वसनीय विकल्प बनाता है।
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →