Himachal में तबाही का 'तांडव' जारी! मौत का आंकड़ा 306 पहुंचा, 3 जिलों में Red Alert
Babushahi Bureau
शिमला, 26 अगस्त 2025: हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून की वजह से भारी तबाही हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के मुताबिक, 20 जून से 25 अगस्त के बीच 306 लोगों की मौत मानसूनी घटनाओं के कारण हो चुकी है। इनमें से 156 मौतें भूस्खलन, बाढ़ और बिजली के हादसों जैसी प्राकृतिक आपदाओं से हुई हैं, जबकि 150 मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुईं।
आर्थिक और जान-माल का नुकसान
इस दौरान हिमाचल प्रदेश को कुल 2,39,428.50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। 25,755 पोल्ट्री पक्षी और 1,843 अन्य जानवर भी मारे गए। निजी संपत्ति को करीब 3,372.05 लाख रुपये का नुकसान पहुंचा है, जिसमें 2,819 मकान पूरी तरह ध्वस्त और 1,641 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। फसलों को भी 2,743.47 लाख रुपये का भारी नुकसान हुआ है।
सार्वजनिक संपत्ति को भी भारी क्षति
राज्य के सार्वजनिक विभागों को भी भारी क्षति हुई है। लोक निर्माण विभाग को 13,10,79.7 लाख रुपये की हानि हुई, जल शक्ति विभाग को 8,13,85.2 लाख रुपये का नुकसान हुआ, जबकि विद्युत विभाग को 1,39,46.69 लाख रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। सड़कों को 66 लाख रुपये का नुकसान आया है।
प्राकृतिक घटनाओं का बढ़ना जारी
राज्यभर में कुल 199 आपदाएँ दर्ज की गईं, जिनमें 81 भूस्खलन, 77 फ्लैश फ्लड और 41 बादल फटने की घटनाएं शामिल हैं। कुल्लू और लाहौल-स्पिति जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए चंबा, कांगड़ा, और मंडी जिलों में भारी बारिश के कारण रेड अलर्ट जारी किया है। कुछ अन्य जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट भी जारी है। मंगलवार को अलर्ट में कुछ बदलाव संभव हैं, जिसमें मंडी का रेड अलर्ट ऑरेंज में तब्दील हो सकता है।
MA
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