11 साल बाद हरियाणा कांग्रेस में संगठन की उम्मीद: राहुल गांधी ने संभाली कमान, पार्टी दफ्तर में की अहम बैठक
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 5 जून:
हरियाणा कांग्रेस पिछले ग्यारह वर्षों से बिना ठोस संगठनात्मक ढांचे के चल रही है, और इस कमी का खामियाजा पार्टी ने हर चुनाव में भुगता है – चाहे वह विधानसभा हो या लोकसभा चुनाव। अब राहुल गांधी ने खुद मोर्चा संभालते हुए प्रदेश संगठन को मजबूती देने का बीड़ा उठाया है, जिससे पार्टी में नई ऊर्जा और उम्मीद की लहर दौड़ पड़ी है।
संगठनविहीन कांग्रेस: तीन अध्यक्ष, आठ प्रभारी – फिर भी ढांचा अधूरा
पिछले 11 वर्षों में हरियाणा कांग्रेस में तीन अध्यक्ष और आठ प्रभारी बदले गए, लेकिन कोई भी स्थायी और जमीनी संगठन तैयार नहीं कर पाया। नतीजा यह रहा कि पार्टी चुनावी मोर्चे पर लगातार पिछड़ती गई और कार्यकर्ताओं में निराशा गहराती रही। अब जब कांग्रेस ने कर्नाटक में हुई CWC बैठक में वर्ष 2025 को संगठन निर्माण को समर्पित करने का निर्णय लिया है, तब हरियाणा में भी इस दिशा में ठोस पहल शुरू हुई है।
राहुल गांधी की पहल: हरियाणा कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, नेताओं से की सीधी बात
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में पार्टी के नेता राहुल गांधी मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदेश के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की। यह पहली बार है जब गांधी परिवार का कोई सदस्य हरियाणा कांग्रेस दफ्तर में आधिकारिक बैठक के लिए पहुंचा, जो इस बात का संकेत है कि शीर्ष नेतृत्व अब हरियाणा संगठन को लेकर गंभीर है।
राहुल गांधी का संगठनात्मक मिशन
इससे पहले राहुल गांधी गुजरात और मध्यप्रदेश का दौरा कर वहां भी संगठन निर्माण की दिशा में सक्रिय रहे हैं। अब हरियाणा में उनके आगमन से पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह स्पष्ट संदेश गया है कि संगठन में बदलाव और मजबूती अब प्राथमिकता में है।
नेताओं में नई ऊर्जा
बैठक में प्रदेश कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं, पूर्व विधायकों और संभावित पदाधिकारियों ने भाग लिया। चर्चा के केंद्र में जमीनी स्तर पर ब्लॉक, जिला और प्रदेश स्तर पर नई टीमों का गठन, गुटबाजी पर नियंत्रण, और कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने की रणनीति रही।
अब आगे क्या?
सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी की बैठक के बाद जल्द ही हरियाणा कांग्रेस की नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा हो सकती है, जिसमें अनुभव और युवा जोश का संतुलन होगा। साथ ही, ब्लॉक और बूथ स्तर पर संगठन को सक्रिय करने का रोडमैप भी तैयार किया गया है।
हरियाणा कांग्रेस को 11 साल बाद फिर से एक मजबूत संगठन मिलने की उम्मीद जगी है। राहुल गांधी की सक्रियता ने स्पष्ट कर दिया है कि 2025 कांग्रेस के लिए सिर्फ चुनाव का नहीं, पुनर्गठन और पुनर्जागरण का वर्ष होगा।
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