Earthquake News : इस High Risk Zone में फिर आया भूकंप! जानें क्यों बार-बार कांपती है यहां की जमीन
Babushahi Bureau
बीजिंग/नई दिल्ली, 27 अगस्त 2025: तिब्बत में आज सुबह एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बन गया। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.9 मापी गई है और इसका केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था । हालांकि, इस बार किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन इन हल्के झटकों ने इसी साल जनवरी में आई उस विनाशकारी भूकंप की खौफनाक यादों को ताजा कर दिया है, जिसमें 126 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी ।
क्यों है तिब्बत भूकंप का Hotspot?
तिब्बत का पठारी क्षेत्र भू-वैज्ञानिक रूप से बेहद सक्रिय और संवेदनशील है। इसका मुख्य कारण भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेटों का निरंतर टकराव है। पृथ्वी की ये विशाल प्लेटें जब एक-दूसरे से टकराती हैं, तो भारी मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो भूकंप के रूप में बाहर निकलती है। इसी टकराव के कारण हिमालय पर्वत श्रृंखला का भी निर्माण हुआ है।
इस भू-वैज्ञानिक हलचल के कारण तिब्बत में अक्सर छोटे-बड़े भूकंप आते रहते हैं। इसी साल 12 मई 2025 को भी यहां 5.7 तीव्रता का भूकंप आया था।
जब भूकंप ने मचाई थी तबाही
1. 7 जनवरी 2025 का विनाश: आज के झटकों ने 7 जनवरी 2025 को आए 6.8 तीव्रता के भूकंप की याद दिला दी। इस भूकंप ने तिब्बत के डिंगरी काउंटी में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 126 लोग मारे गए, 188 घायल हुए और 3,600 से ज्यादा घर तबाह हो गए थे। उस समय लगभग 46,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था ।
2. 1950 का महा-भूकंप: तिब्बत के इतिहास का सबसे विनाशकारी भूकंप 15 अगस्त 1950 को आया था, जिसे 'असम-तिब्बत भूकंप' के नाम से जाना जाता है। 8.6 की तीव्रता वाले इस भूकंप को दुनिया के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक माना जाता है। इसने न केवल हजारों जानें लीं, बल्कि नदियों का रुख तक बदल दिया था।
आज के हल्के झटके एक चेतावनी की तरह हैं कि यह क्षेत्र अभी भी भू-वैज्ञानिक रूप से अस्थिर है और भविष्य में भी बड़े भूकंपों का खतरा बना हुआ है।
MA
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