Big Breaking : NIA-ED का 'डबल स्ट्राइक'! कहीं Terror Funding तो कहीं रेत माफिया पर एक्शन, 5 राज्यों में 44 ठिकानों पर रेड
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 8 September 2025 : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार सुबह से ही देश भर में एक बड़ा सर्च ऑपरेशन (Search Operation) शुरू किया है, जिसने आतंकी नेटवर्क और अवैध कारोबार से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा दिया है। एक तरफ NIA टेरर फंडिंग (Terror Funding) के खिलाफ 5 राज्यों में 22 जगहों पर छापेमारी कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ ED पश्चिम बंगाल में रेत तस्करी (Sand Smuggling) के एक बड़े घोटाले को लेकर 22 ठिकानों पर कार्रवाई कर रही है।
NIA का एक्शन: निशाने पर आतंकी नेटवर्क
NIA ने 2025 में दर्ज एक नई FIR के आधार पर जम्मू-कश्मीर, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और असम में 22 से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य आतंकी साजिशों को नाकाम करना और उनकी फाइनेंशियल चेन (Financial Chain) को तोड़ना है।
1. जम्मू-कश्मीर में सघन तलाशी: NIA की टीमें जम्मू-कश्मीर के बारामूला, कुलगाम, अनंतनाग और पुलवामा जिलों में कई जगहों पर तलाशी अभियान चला रही हैं। यह ऑपरेशन उन संदिग्धों के ठिकानों पर केंद्रित है, जिनके आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का शक है।
2. बिहार के कटिहार में भी दबिश: बिहार के कटिहार जिले के सेमापुर क्षेत्र में भी NIA ने कार्रवाई की है। यहां इकबाल और रिजाबुल नाम के दो व्यक्तियों के ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, रिजाबुल पहले से जेल में है, जबकि इकबाल, जिसे पहले आर्म्स एक्ट (Arms Act) में गिरफ्तार किया गया था, फिलहाल फरार है।
ED की कार्रवाई: रडार पर रेत माफिया
कोयला और पशु तस्करी के बाद अब ED के रडार पर पश्चिम बंगाल का रेत माफिया आ गया है। ED ने रेत से जुड़े एक बड़े घोटाले के मामले में पश्चिम बंगाल में 22 जगहों पर एक साथ छापेमारी की है।
1. क्या है मामला?: यह कार्रवाई 2011 में एक फर्जी कंपनी बनाकर धोखाधड़ी करने के आरोपों से जुड़ी है। ED ने इस मामले में हाल ही में एक नई ECIR (Enforcement Case Information Report) दर्ज की है।
2. कौन है निशाने पर?: ED की टीमें झारग्राम के रेत कारोबारी शेख जहीरुल अली के घर और बेहाला के जेम्स लॉन्ग सरीखे कई इलाकों में तलाशी ले रही हैं।
3. हवाला कनेक्शन की जांच: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य रेत खनन से कमाए गए काले धन का पता लगाना है, जिसकी तस्करी हवाला (Hawala) के जरिए प्रभावशाली लोगों तक की जा रही थी। ED की नजर मेदिनीपुर, बीरभूम, बर्दवान और मुर्शिदाबाद समेत कई जिलों पर है।
दोनों केंद्रीय जांच एजेंसियों की यह संयुक्त कार्रवाई देश में अवैध गतिविधियों और आतंकी नेटवर्क के खिलाफ एक बड़े और निर्णायक कदम के रूप में देखी जा रही है।
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