पंजाब बाढ़ संकट पर केंद्र की 'उपेक्षा' के कारण भाजपा नेता ने पार्टी छोड़ी
बाबूशाही ब्यूरो
लुधियाना (पंजाब), 6 सितंबर, 2025– भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मीडिया पैनलिस्ट और पूर्व पार्षद परमिंदर मेहता ने गुरुवार को पंजाब में जारी बाढ़ संकट के प्रति केंद्र सरकार की कथित उदासीनता का हवाला देते हुए अपने पद और पार्टी दोनों से इस्तीफा देने की घोषणा की।
मेहता ने कहा कि पंजाब एक दशक से भी अधिक समय में अपनी सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है, फिर भी केंद्र की प्रतिक्रिया "उदासीन" रही है। उन्होंने सरकार पर ऐसे समय में राज्य के प्रति "सौतेला रवैया" अपनाने का आरोप लगाया जब हजारों परिवार व्यापक विनाश से जूझ रहे थे।
मेहता ने कहा, "पंजाब के लोग, किसान और स्वयंसेवक बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अपनी पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं, लेकिन केंद्र इस मुश्किल घड़ी में राज्य के साथ खड़ा होने में विफल रहा है।"
उन्होंने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से सटे सीमावर्ती जिलों में बिगड़ते हालात पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को संकट के शुरुआती दिनों में ही तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी और "देश के अन्न भंडार" को पूरा सहयोग देना चाहिए था।
निराशा व्यक्त करते हुए, मेहता ने पंजाब के नुकसान पर केंद्र की चुप्पी और अन्य जगहों पर आपदाओं के दौरान उसकी तत्काल संवेदना और मदद की तुलना की। उन्होंने कहा, "यह बेहद दुखद है कि पंजाब में करोड़ों रुपये की फसल बर्बाद होने, घर ढहने, पशुधन के नष्ट होने और जान गंवाने के बाद भी केंद्र की ओर से सहानुभूति का एक शब्द भी नहीं आया।"
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