एसीआईसी राइज एसोसिएशन CGC लांडरां ने विकसित भारत बिल्डाथोन जागरूकता अभियान के माध्यम से पंजाब के युवाओं को प्रेरित किया
चंडीगढ़, 17 अक्टूबर 2025- डिपार्टमेंट ऑफ़ राइज, सीजीसी लांडरां ने मिनिस्ट्री ऑफ़ एजुकेशन और नीति आयोग द्वारा शुरू किए गए प्रमुख नवाचार अभियान विकसित भारत बिल्डाथोन के तहत एक जागरूकता पहल का नेतृत्व किया। इस पहल का उद्देश्य देशभर के युवाओं को “विकसित भारत 2047” की साझा दृष्टि, एक आत्मनिर्भर, टेक्नोलॉजी रूप से उन्नत और इन्क्लूसिव भारत की दिशा में प्रेरित और संगठित करना है। इस आउटरीच अभियान के तहत, एसीआईसी राइज एसोसिएशन, सीजीसी लांडरां की दस टीमों ने पंजाब के दस ज़िलों, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर, जालंधर, रोपड़, संगरूर, लुधियाना, मोगा, पटियाला और मानसा का दौरा किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्टूडेंट्स और इन्नोवेटर्स को बिल्डाथोन में भाग लेने के लिए प्रेरित करना और उनकी क्रिएटिविटी को राष्ट्रीय प्राथमिकताओं से जुड़े रियल लाइफ प्रोब्लेम्स के समाधान की दिशा में केंद्रित करना था। सेशन के दौरान, टीम ने बिल्डाथोन की संरचना और उद्देश्यों का परिचय प्रस्तुत किया, जिसमें इसके चार मुख्य पिलर है, आत्मनिर्भर भारत, समृद्ध भारत, स्वदेशी और वोकल फॉर लोकल। इनको प्रमुख रूप से उजागर किया गया। इंटरएक्टिव डेमोंस्ट्रेशन और आकर्षक प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्टूडेंट्स को आईडिया सोचने, प्रोटोटाइप निर्माण और प्रभाव-संचालित इनोवेशन का मार्गदर्शन दिया गया। प्रतिभागियों को बिल्डाथोन के 1 करोड़ रुपये के विशाल पुरस्कार राशि के बारे में भी जानकारी दी गई, जो जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के विजेताओं में वितरित की जाएगी और यह युवा इन्नोवेटर्स को राष्ट्रीय मंच पर अपनी क्षमता दिखाने के लिए एक असाधारण अवसर प्रदान करता है। इस आउटरीच अभियान का नेतृत्व एसीआईसी राइज, सीजीसी लांडरां के समर्पित फैकल्टी मेंबर्स और मेंटर्स की टीम ने किया, जिनमें शामिल हैं, इंजीनियर सोनिया जिंदल और इंजीनियर जसप्रीत कौर, इंजीनियर सतविंदर सिंह एंड डॉक्टर सुधीर, श्री निखिल वर्मा, श्री जतिंदर सिंह एंड श्री मनीष, इंजीनियर चरणप्रीत और मिस कोमल, डॉक्टर शेली, प्रोफेसर डॉक्टर दिनेश अरोड़ा, मिस नितिका एंड इंजीनियर कार्तिकेय, डॉक्टर दीपिका एंड श्री सागर, इंजीनियर ऋतिक एंड मिस सीमा। इनमें से प्रत्येक ने सभी भाग लेने वाले जिलों में सीजीसी लांडरां का प्रतिनिधित्व किया। इस पहल को स्टूडेंट्स की ओर से अत्यधिक उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली, जिनमें से कई ने बिल्डाथोन में भाग लेने और भारत के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान देने की गहरी रुचि और उत्साह व्यक्त किया। प्रोफेसर डॉक्टर राजदीप सिंह, कैम्पस डायरेक्टर, सीजीसी लांडरां ने कहा, “विकसित भारत बिल्डाथोन" हमारे देश के युवाओं में परिवर्तन के एजेंट के रूप में विश्वास को दर्शाता है। सीजीसी लांडरां में, हम इस इनोवेशन और एंटरप्रेंयूर्शिप की भावना को पोषित करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हैं, ताकि हमारे छात्र भारत को आत्मनिर्भर और विकसित भविष्य की ओर अग्रसर करने में नेतृत्व कर सकें। मिस नेहा शर्मा, डीन रिसर्च, एसीआईसी राइज, सीजीसी लांडरां ने कहा, “इस आउटरीच के माध्यम से हमारा उद्देश्य आईडिया और एक्शन के बीच के गैप को ख़त्म करना आसान होगा। पंजाब भर के छात्रों का उत्साह दिखाता है कि अगली पीढ़ी प्रभावशाली होगी और नवाचार करने के लिए उत्साहित है और बिल्डाथोन जैसी पहल उन्हें इसे करने के लिए एक उत्तम मंच प्रदान करती हैं।”इस पहल के माध्यम से, सीजीसी लांडरां अपने मिशन को जारी रखता है, नवाचार को बढ़ावा देना, युवा प्रतिभा को सशक्त बनाना और विकसित भारत 2047 की दृष्टि की दिशा में सार्थक योगदान देना।