चंडीगढ़: कांग्रेस ने बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
पुलिस ने सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 14 दिसम्बर। चंडीगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर निगम कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की और सरकार के खिलाफ विरोध जताया।चंडीगढ़ पुलिस ने सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया।
कांग्रेस नेताओं का कहना था कि बिजली विभाग का निजीकरण आम जनता के हितों के खिलाफ है और इससे बिजली दरों में वृद्धि हो सकती है, जिससे गरीब और मध्यम वर्गीय लोग प्रभावित होंगे। कांग्रेस ने सरकार से इस निर्णय को वापस लेने की मांग की और कहा कि सार्वजनिक सेवाओं का निजीकरण नहीं किया जा सकता।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि निजीकरण के नाम पर जनता के पैसे को निजी कंपनियों के हाथों में सौंपा जा रहा है।
कांग्रेस का कहना है कि इस मुद्दे पर जल्द ही राज्यभर में आंदोलन तेज किया जाएगा। चंडीगढ़ पुलिस ने सेक्टर 18-19 लाइट प्वाइंट के पास सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह चंडीगढ़ बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में सड़कों पर उतर कर राजभवन का घेराव करने के उद्देश्य से आगे बढ़ रहे थे। मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने बताया कि प्रदर्शन में कई रेजीडेंट वेल्फेयर ऐसोंसिएशनों, गावों और गैर सरकारी संस्थानों के प्रमुख नागरिकों ने भी भाग लिया. आज के प्रदर्शन की विशेषता यह रही कि महिलाओं की संख्या पुरूषों से कहीं अधिक रही।
पार्टी अध्यक्ष एच.एस. लक्की के नेतृत्व में आक्रोशित पार्टी कार्यकर्ताओं ने, जो केन्द्र सरकार द्वारा सार्वजनिक संपत्तियों के निजीकरण के खिलाफ तख्तियां और काले झण्डे लेकर दोपहर 12 बजे पंजाब राजभवन का घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे थे को पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी फ़ोर्स द्वारा रोक लिया गया। लक्की और अन्य वरिष्ठ नेताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने और सेक्टर 19 पुलिस स्टेशन ले जाने के बाद भी कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध जारी रखा।
कार्यकर्ताओं के भारी हुजूम को संबोधित करते हुए, एच.एस. लक्की ने कहा कि चंडीगढ़ का एक सुव्यवस्थित और लाभ कमाने वाला बिजली विभाग एक निजी व्यापारी को सौंपा जा रहा है, जिसने अतीत में भाजपा के चुनाव कोष में उदारतापूर्वक दान दिया है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ बिजली विभाग इतना कुशल और जनहितैषी है कि देश में सबसे कम टैरिफ चार्ज करने के बाद भी यहां लाइन लॉस मात्र 10 प्रतिशत है और इसका बिजली सप्लाई से सम्बंधित शिकायतों के समाधान का समय देश में सबसे कम है। कांग्रेस पार्टी ने आशय का एक मांग पत्र डीएसपी दिलबाग सिंह के माध्यम से यूटी प्रशासक को सौंपा, जिसमें यह आशंका भी जताई गई कि जिस निजी ठेकेदार को बिजली विभाग की सैंकड़ों करोड़ रुपयों की कीमती अचल संपत्तियां कौड़ियों के भाव सौंपी जा रही हैं, वह आते ही शहर में बिजली की दरें कई गुणा बढ़ा देगा। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि नगर निगम में सत्ता में रहते हुए भाजपा ने चंडीगढ़ के लोगों पर कमरतोड़ टैक्स लगाया और अब वह बिजली ट्रांसमिशन का निजीकरण करवा कर शहरवासियों को और परेशान कर रही है।
इस अवसर पर मौजूद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार देश की संपत्तियां अडानी जैसे व्यापारियों को बेच रही है और अब चंडीगढ़ के लोगों पर एक और अडानी को थोप दिया गया है, जिसे प्रशासन बिजली विभाग की सारी सम्पतियां सौंप रहा है। कांग्रेस पार्टी ने दुख व्यक्त किया कि पिखले दिनों प्रधानमन्त्री चण्डीगढ़ आए, पर उन्होंने शहर की गहन समस्याओं को हल करने के लिए एक शब्द भी नहीं बोला। कांग्रेस पार्टी ने मणिपुर में गंभीर सांप्रदायिक स्थिति के प्रति उदासीन रहने के लिए प्रधानमंत्री की भी आलोचना की।
बॉक्स
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं को बाद में रिहा कर दिया गया। विरोध मार्च में भाग लेने वालों में जतिंदर भाटिया, राजीव मौदगिल, सादिक, अच्छे लाल गौड़, जाहिद परवेज खान, यादविंदर मेहता, जसबीर बंटी, सुरजीत ढिल्लों, दलजीत सिंह, अजय शर्मा, अजय जोशी, नंदिता हुडा, रजनी तलवार, बीएम खन्ना शामिल थे। , बलराज चौधरी, सुभाष गहलोत, सचिन गालव, अहमद अली, धीरज गुप्ता, राजदीप सिद्धू, मनीष लांबा, रमेश गुप्ता, ओम लता, संजीव गाबा, ममता, विजेता सिधू, बिंदु ठाकुर, तरूणा मेहता, दिलावर, सुभाष पाल, गुलाब, मुकेश राय अहय, सुलेमान, मुकेश, श्याम दत्त शर्मा, धर्मबीर, नितमाला, नरेस पाल कौर, राहुल, बानो माया, हाजी यूनुस , एनआरेंद्र चौधरी, संदीप गुर्जर, गुरचरण दास काला, अनिता शर्मा, हरमेल कसारी, राज नागपाल, सुरजीत चौधरी, राम चरण गुप्ता, रमेश आहूजा, लेख पाल, जलील अहमद, स्वराज अरोड़ा, सोनिया जसवाल, कृष्ण लाल, मनोज लुबाना, हरभजन सिंह, राकेश बारोटिया, वासु देवान, मुकेश शर्मा, कल्याण सिंह, ललिता देवी, ओम्मी देवी और निर्मला देवी आदि।
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →