Himachal News: परवाणू-शिमला रोप-वे का टेंडर एक महीना आगे खिसका, इस कारण करना पड़ा एक्सटेंड
कंपनियों के साथ कुछ शर्तों पर नहीं बन पा रही थी बात, इसलिए हुई देरी
बाबूशाही ब्यूरो
शिमला, 03 जून 2025 : परवाणू से शिमला रोप-वे के टेंडर की तारीख एक बार फिर से एक्सटेंड कर दी गई है। कंपनियों के साथ कुछ शर्तों पर बात नहीं बन पा रही है, जिसके चलते रोप-वे कारपोरेशन ने टेंडर को एक्सटेंड किया है। छह जून को यह टेंडर खुलना था, मगर अब अगले महीने टेंडर खुलेगा।
वहीं, तारादेवी शिमला रोप-वे के लिए दो कंपनियां आगे आई हैं, जिनकी तकनीकी बिड का मूल्यांकन चल रहा है, परंतु बताया जा रहा है कि इसमें कंपनियों की बजट को लेकर कोई आपत्ति है। अभी यह मसला कागजों में ही दौड़ रहा है और इस औपचारिकता के पूरा होने में समय लगेगा। वैसे वित्त एजेंसी से जल्दी टेंडर करने की मंजूरी ली गई थी, मगर अभी तक यह टेंडर वर्क सिरे नहीं चढ़ पाया है।
प्रदेश सरकार परवाणू से शिमला के लिए रोप-वे का निर्माण करना चाहती है, जो कि एशिया का सबसे बड़ा रोप-वे होगा। इससे यहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। परवाणू से जहां टूरिस्ट रोप-वे में सवारी करते हुए तारादेवी तक पहुंचेगा, वहीं तारादेवी से आगे शिमला तक उसे रोप-वे का सफर मिलेगा, क्योंकि वहां पर फिर दूसरा रोप-वे शुरू हो जाएगा।
ये दोनों प्रोजेक्ट एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, मगर दोनों अलग-अलग हैं।
बाह्य वित्तीय एजेंसियों की मदद से इन परियोजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। एक के लिए एडीबी मदद कर रहा है, तो दूसरे के लिए एनडीबी की मदद ली जा रही है। शिमला में लगभग 1600 करोड़ रुपए से ज्यादा का रोप-वे प्रोजेक्ट है, जिस पर पिछली सरकार के समय में कागजी कार्रवाई शुरू हुई थी। अब दो भारतीय कंपनियां इस रोप-वे के निर्माण के लिए आगे आई हैं, जिनकी तकनीकी बिड भी खुल चुकी हैं और इसका मूल्यांकन किया जा रहा है। (SBP)
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