पीजीआई से फरार हुआ पंजाब पुलिस की हिरासत में कैदी, चंडीगढ़ पुलिस ने दर्ज किया मामला
सेक्टर-11 थाना पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, सुरक्षा में तैनात दो एएसआई पर भी उठे सवाल
बाबू शाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 4 जून 2025
पीजीआई चंडीगढ़ में पंजाब पुलिस की हिरासत में इलाज के लिए भर्ती एक कैदी के फरार होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कैदी की पहचान गोपी निवासी #621, रविदास नगर, होशियारपुर (पंजाब) के रूप में हुई है। घटना 2 जून 2025 को हुई, जब गोपी अस्पताल से पुलिस की निगरानी में होने के बावजूद फरार हो गया। इस संबंध में सेक्टर-11 थाना पुलिस ने एफआईआर नंबर 81 दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पंजाब पुलिस में तैनात लाइन ऑफिसर एसआई परमजीत सिंह ने सेक्टर-11 पुलिस थाने में शिकायत दी कि गोपी नाम का एक विचाराधीन बंदी, जिसे इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ लाया गया था, 2 जून को अस्पताल से भाग गया।
कैदी की सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस के एएसआई विजय कुमार और एएसआई सुरम चंद को ड्यूटी पर तैनात किया गया था। लेकिन उनकी निगरानी में चूक होने से यह गंभीर लापरवाही सामने आई।
चंडीगढ़ पुलिस ने एसआई परमजीत सिंह की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता की धाराएं 261 और 262 के तहत गोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ये धाराएं हिरासत से भागने और सरकारी कार्य में बाधा से संबंधित हैं।
पुलिस अधिकारी के अनुसार, कैदी का फरार होना गंभीर सुरक्षा चूक है और इसमें जिन अधिकारियों की ड्यूटी थी, उनसे भी पूछताछ की जा रही है।
चंडीगढ़ पुलिस की जांच जारी
सेक्टर-11 थाना पुलिस ने पीजीआई अस्पताल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है, ताकि यह पता चल सके कि गोपी किस दिशा में भागा और उसे किसी ने बाहर से मदद तो नहीं पहुंचाई। इसके साथ ही पंजाब पुलिस के संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने न केवल पंजाब पुलिस की कैदियों की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि पीजीआई जैसे उच्च सुरक्षा वाले अस्पताल की सुरक्षा पर भी गंभीर चिंता जताई गई है।
विशेषकर जब यह घटना दिनदहाड़े पुलिस की मौजूदगी में हुई, तब इस तरह का फरार होना दर्शाता है कि कहीं न कहीं सुरक्षा में भारी चूक हुई है।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी पुलिसकर्मी की लापरवाही से कोई विचाराधीन बंदी फरार होता है, तो संबंधित अधिकारियों पर भी विभागीय कार्रवाई और निलंबन की सिफारिश की जा सकती है।
पीजीआई से कैदी का फरार होना कानून व्यवस्था के लिए खतरे की घंटी है। पंजाब और चंडीगढ़ पुलिस को अब मिलकर इस अपराधी की तलाश करनी होगी, साथ ही यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में इस तरह की लापरवाहियां दोबारा न हों। पुलिस ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि यदि किसी को आरोपी गोपी के बारे में जानकारी मिले, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन नंबर पर सूचित करें।
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