चंडीगढ़ म्यूज़ियम से 2 टॉवर एसी गायब, प्रशासन में मचा हड़कंप
चोरी या अधिकारी के घर लगाए जांच का विषय!
मामले में कोई भी जानकारी देने को नहीं तैयार
लाखों रुपए के एसी गायब चर्चा का बना विषय
रमेश गोयत
चंडीगढ, 08 मई। चंडीगढ़ के सेक्टर 10सी में स्थित गवर्नमेंट म्यूज़ियम एंड आर्ट गैलरी से दो बड़े पिलर एसी गायब होने का मामला सामने आया है। इस घटना ने चंडीगढ़ प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह एसी चोरी हुए हैं या किसी अधिकारी के निवास स्थान पर लगाए गए हैं। फिलहाल इस मामले में कोई भी अधिकारी स्पष्ट जानकारी देने को तैयार नहीं है।
मेन गेट हॉल से गायब हुए एसी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, म्यूज़ियम के मेन गेट के सामने वाले हॉल में वोल्टास कंपनी के पांच वेंचर स्लिमलाइन टॉवर एसी (3 टन, सफ़ेद) लगाए गए थे। मगर वर्तमान में वहाँ सिर्फ तीन एसी ही मौजूद हैं, जबकि दो एसी उस जगह से गायब पाए गए हैं। मार्केट के अनुसार, इन दोनों एसी की कुल कीमत 2 लाख रुपये से अधिक आंकी जा रही है।
मौके पर एसी की मौजूदगी के सबूत
जहां से यह एसी उतारे गए हैं, वहां पर एसी की फिटिंग, पावर स्विच, पाइप और तारें अभी भी लगी हुई हैं, जो इनकी मौजूदगी की गवाही देती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी संपत्ति को इस प्रकार अधिकारियों के निवास पर अवैध तरीके से लगाया जाना नियमों का उल्लंघन है। यह भी जांच का विषय है कि यदि सरकारी अधिकारी को एसी नियमानुसार अलाउड हैं, तो क्या म्यूज़ियम से उतारकर ही लगाए जाने थे, या प्रशासन नए एसी की व्यवस्था कर सकता था?
आला अधिकारी मौन, सीसीटीवी पर सवाल
गवर्नमेंट म्यूज़ियम एंड आर्ट गैलरी के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। न ही कोई इस बारे में बात करना चाहता है और न ही गायब हुए एसी के बारे में कोई स्पष्ट जवाब दे रहा है। यहाँ तक कि गैलरी के केयरटेकर का कार्य देख रहे कर्मचारी भी इस मामले पर टिप्पणी करने से बच रहे हैं।
गैलरी में चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, इसके बावजूद इन कीमती एसी को कौन और कैसे उतार कर ले गया, यह एक बड़ा सवाल है। म्यूज़ियम में बेशकीमती धरोहरें रखी हुई हैं, और ऐसी सुरक्षा में सेंध चिंता का विषय है।
क्या एसी किसी अधिकारी की कोठी में?
सूत्रों का कहना है कि यह दोनों एसी सेक्टर 19 में चंडीगढ़ प्रशासन के एक उच्च अधिकारी की सरकारी कोठी में लगाए गए हैं। हालांकि, इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अगर ऐसा है, तो यह प्रशासनिक अनुशासन और पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
रचित सूरी का बयान
मामले में आर्ट एंड कल्चर गैलरी का कार्य देख रहे रचित सूरी ने बताया कि उन्होंने 2023 में यह पदभार संभाला है और उन्हें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझे इसके बारे में कोई मालूम नहीं है, आप केयरटेकर से बात कर सकते हैं। मैं इस मामले में कोई जानकारी नहीं दे सकता।" उन्होंने केयरटेकर का मोबाइल देने में भी आनाकानी करते हुए कहा कि आप केयरटेकर का मोबाइल नंबर गूगल से सर्च कर सकते हैं। मैं मोबाइल नंबर नहीं दे सकता।
प्रशासन की चुप्पी और जाँच की माँग
फिलहाल, चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है। शहर के नागरिकों ने इस घटना की निष्पक्ष जाँच की माँग की है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि म्यूज़ियम जैसी सुरक्षित जगह से कीमती एसी गायब कैसे हो गए।
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