Ahmedabad Plane Crash: टेकऑफ करते ही क्यों गिरा एयर इंडिया का विमान? अमेरिका के एक्सपर्ट का बड़ा खुलासा
महक अरोड़ा
12 जून 2025 :
अहमदाबाद एयरपोर्ट पर आज सुबह हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने देशभर को हिला दिया। टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान में तकनीकी खराबी आई और वह क्रैश हो गया। विमान में 242 लोग सवार थे।
अब इस हादसे को लेकर अमेरिका के मशहूर एविएशन एक्सपर्ट जॉन एम. कॉक्स ने बड़ा दावा किया है। कॉक्स ने हादसे की वजह विमान के स्लैट्स और फ्लैप्स की गलत कॉन्फ़िगरेशन को बताया है। आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला
क्या बोले अमेरिकी एक्सपर्ट जॉन एम. कॉक्स?
‘विमान टेकऑफ के दौरान पर्याप्त लिफ्ट नहीं बना पाया।’ यह कहना है जॉन एम. कॉक्स का, जो अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी स्थित सेफ्टी ऑपरेटिंग सिस्टम्स के सीईओ हैं और एक वरिष्ठ विमान सुरक्षा सलाहकार भी हैं।
कॉक्स के मुताबिक: "जो वीडियो फुटेज मैंने देखे हैं, उनसे साफ लग रहा है कि विमान के स्लैट्स और फ्लैप्स सही स्थिति में नहीं थे। टेकऑफ के समय लिफ्ट नहीं बन पाने के कारण विमान ऊपर नहीं जा सका और क्रैश हो गया।"
स्लैट्स और फ्लैप्स क्या हैं और इनकी अहमियत क्या है?
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स्लैट्स और फ्लैप्स विमान के पंखों से जुड़े ऐसे पुर्जे होते हैं, जो टेकऑफ और लैंडिंग के वक्त विमान को अधिक लिफ्ट देने में मदद करते हैं।
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इनका सही कॉन्फिगरेशन बेहद जरूरी होता है, खासकर कम स्पीड पर उड़ान भरते वक्त।
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कॉक्स ने कहा कि हादसे के वीडियो में प्लेन का अगला हिस्सा ऊपर उठता दिखा और फिर तेजी से गिर गया – यह दर्शाता है कि विमान हवा में बैलेंस नहीं बना पाया।
यह बोइंग का विमान था, इसलिए कॉक्स की बात अहम
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क्रैश हुआ विमान बोइंग कंपनी का था।
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अमेरिका में बोइंग का हेडक्वार्टर है और कॉक्स जैसे एक्सपर्ट्स वहां इन विमानों के हर पहलू को बारीकी से समझते हैं।
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ऐसे में कॉक्स की चेतावनी और तकनीकी एनालिसिस को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
जांच में अमेरिका भी कूदेगा मैदान में, अगर भारत दे मंजूरी
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अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड (NTSB) ने कहा है कि अगर भारत सरकार अनुमति दे, तो वह इस क्रैश की तह तक जाकर जांच में मदद करेगा।
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NTSB हर साल 2,000 से ज्यादा घरेलू और 450 से अधिक अंतरराष्ट्रीय दुर्घटनाओं की जांच करता है।
ब्लैक बॉक्स खोलेगा सारे राज!
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विमान का ब्लैक बॉक्स यानी फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) हादसे के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया है।
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यही ब्लैक बॉक्स बताएगा कि टेकऑफ के दौरान पायलट ने क्या निर्णय लिए, विमान की स्थिति क्या थी, इंजन और अन्य तकनीकी सिस्टम कैसे काम कर रहे थे।
निष्कर्ष: क्या थी असली चूक?
जॉन कॉक्स और अन्य तकनीकी विशेषज्ञों की राय से यह बात लगभग साफ है कि यह एक तकनीकी लापरवाही का मामला हो सकता है। लेकिन अंतिम सच ब्लैक बॉक्स की जांच और DGCA की रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगा।
MA
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