Plane Crash: जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति 'विश्वास' से मिले PM मोदी
अहमदाबाद: शुक्रवार सुबह अहमदाबाद पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयर इंडिया विमान दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और फिर एक दिन पहले हुए हादसे में घायलों से मिलने शहर के सिविल अस्पताल पहुंचे।
दरअसल, अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान में वास्तव में क्या हुआ था, यह ब्लैक बॉक्स सहित तकनीकी जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन अभी तक हम पूरी कहानी केवल एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति विश्वास कुमार रमेश से ही सुन सकते हैं।
सिविल अस्पताल में बिस्तर पर लेटे विश्वास ने बताया कि दुर्घटना से पहले फ्लाइट में क्या हुआ था और कैसे वह जिंदा बचने में कामयाब रहे।
इंडिया टुडे से बात करते हुए विश्वास ने दुर्घटना के पलों को याद करते हुए कहा, "उड़ान भरने के एक मिनट बाद 5-10 सेकंड तक ऐसा लगा कि विमान फंस गया है। बाद में मुझे लगा कि कुछ हुआ है। विमान की लाइटें हरी और सफेद हो गईं। विमान को उड़ान भरने के लिए दौड़ाया गया। विमान तेज गति से सीधे हॉस्टल में घुस गया। सब कुछ मेरे सामने हुआ।" विश्वास ने आगे कहा, "क्रैश से पहले एक जोरदार धमाका हुआ। मैं जिस तरफ था, मैं हॉस्टल के ऊपर नहीं, बल्कि जमीन पर गिरा। जहां मैं गिरा, वहां विमान से बाहर निकलने के लिए बहुत कम जगह थी। जैसे ही गेट टूटा, मैंने देखा कि थोड़ी जगह है। मैंने वहां से बाहर निकलने की कोशिश की और बाहर निकलने में कामयाब रहा। दूसरी तरफ एक इमारत की दीवार थी, इसलिए वहां से कोई बाहर नहीं निकल सकता था। जहां मैं था, वहां बहुत कम जगह थी।" विश्वास ने आगे कहा, "मुझे नहीं पता कि मैं कैसे बच गया, वहां एयरहोस्टेस, चाचा और चाची की लाशें थीं। पहले तो मुझे भी लगा कि मैं मर गया हूं, लेकिन फिर जब मेरी आंखें खुली तो मैंने देखा कि मैं जिंदा हूं और मैं उठकर वहां से भाग गया। जब मैं बाहर आ रहा था तो आग लग गई, मेरा एक हाथ भी उसमें जल गया।" परिवार का दुख और हादसे का अंत 40 वर्षीय विश्वास भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं। वे अपने भाई अजय के साथ भारत से लंदन लौट रहे थे। विमान में सवार सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों समेत 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि दुर्घटनास्थल पर मौजूद लोगों की भी मौत हो गई। खबर लिखे जाने तक कुल 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी थी।
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