Big Breaking : जालंधर अस्पताल में हुई 3 मौतों का मामला : एक और बड़ा एक्शन, जानें इस बार कौन आया लपेटे में?
Babushahi Bureau
जालंधर/चंडीगढ़, 2 August 2025 : जालंधर सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट बंद होने से हुई तीन मरीजों की मौत के मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह का कड़ा एक्शन जारी है। शुक्रवार को एक और बड़ा फैसला लेते हुए उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट के सुपरवाइजर-कम-ऑपरेटर नरिंदर कुमार को तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। इस मामले में यह 5वीं बड़ी कार्रवाई है।
अब तक 5 पर गिरी गाज, कौन-कौन है लिस्ट में?
इस मामले में अब तक कुल 5 अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई हो चुकी है:
1. बर्खास्त (Dismissed): हाउस सर्जन डॉ. शिमिंदर सिंह और अब सुपरवाइजर नरिंदर कुमार।
2. सस्पेंड (Suspended): अस्पताल के एम.एस. डॉ. राजकुमार बद्धन, एस.एम.ओ. डॉ. सुरजीत सिंह और ड्यूटी ऑफिसर डॉ. सोनाक्षी।
मंत्री ने निभाया था 'सख्त कार्रवाई' का वादा
गौरतलब है कि तीन मरीजों की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने जालंधर में मीडिया से बात करते हुए इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था। इसी के तहत उन्होंने चंडीगढ़ से एक विशेष जांच टीम का गठन किया था, जिसकी अगुवाई डायरेक्टर हेल्थ डॉ. अनिल गोयल कर रहे थे। इस टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर ही यह कार्रवाइयां की जा रही हैं।
कार्रवाई के बाद खड़ा हुआ नया संकट
स्वास्थ्य मंत्री के इस कड़े एक्शन ने जहां विभाग में एक सख्त संदेश दिया है, वहीं सिविल अस्पताल में एक नया संकट भी खड़ा कर दिया है। जानकारी के अनुसार, ऑक्सीजन प्लांट को चलाने के लिए चार स्टाफ कर्मी तैनात थे। इनमें से दो पहले ही नौकरी छोड़ चुके थे और अब तीसरे ऑपरेटर को बर्खास्त कर दिया गया। ऐसे में, अब अकेले बचे ऑपरेटर के लिए 24 घंटे चलने वाले इस महत्वपूर्ण ऑक्सीजन प्लांट को चला पाना लगभग असंभव होगा, जिससे भविष्य में मरीजों की सुरक्षा को लेकर एक नई चिंता पैदा हो गई हैं।
MA
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