अब होनहार और मेधावी बच्चों की अंतर्राष्ट्रीय पढ़ाई के लिए आर्थिक तंगी नहीं बनेगी रुकावट
यूबीएसएस ऑस्ट्रेलिया द्वारा योग्य छात्रों के लिए 100% सेल्फ-स्पॉन्सर प्रोग्राम लॉन्च
पंजाब के युवाओं के लिए बड़े भाई बनकर आए गैरी मल्होत्रा, अब आर्थिक तंगी और अवसरों की कमी किसी होनहार छात्र का रास्ता नहीं रोक सकेगी: गुरप्रीत घुग्गी
आईआईटी रोपड़ और यूबीएसएस ऑस्ट्रेलिया द्वारा उच्च शिक्षा के लिए समझौते पर हस्ताक्षर
अपनी मिट्टी का कर्ज चुका रहे हैं गैरी मल्होत्रा, होनहार और जरूरतमंद युवाओं का संवारेंगे भविष्य: सतनाम संधू
गैरी मल्होत्रा का प्रयास, पंजाब के जरूरतमंद और काबिल युवाओं के लिए एक नई उम्मीद: कंवलजीत सिंह ढींडसा
चंडीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में विशेष रूप से पहुंचे बुद्धिजीवी, चिंतक, प्रोफेसर, प्रिंसिपल, शिक्षक और नामी कलाकार
चंडीगढ़, 25 अगस्त 2025- पंजाब की मिट्टी का कर्ज चुकाने और यहां के होनहार युवाओं के सपनों को पंख लगाने के मकसद से, समाजसेवी और ऑस्ट्रेलिया के सफल शिक्षाविद् गैरी मल्होत्रा ने एक ऐसा ऐतिहासिक कदम उठाया है, जो अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। यूनिवर्सल बिजनेस स्कूल सिडनी (UBSS) ऑस्ट्रेलिया के मंच से उन्होंने पंजाब के मेधावी छात्रों के लिए वे रास्ते खोल दिए हैं, जिन पर चलने से उन्हें पैसे की तंगी हमेशा रोकती थी।
चंडीगढ़ में आयोजित एक समारोह में प्रतिष्ठित बुद्धिजीवियों, चिंतकों, प्रोफेसरों, प्रिंसिपलों, शिक्षकों और नामी कलाकारों ने विशेष रूप से शिरकत की।
इस अवसर पर ग्रुप कॉलेज ऑस्ट्रेलिया और यूबीएसएस ऑस्ट्रेलिया के प्रेसिडेंट गैरी मल्होत्रा ने कहा कि पंजाब की असली ताकत इसकी जवानी है, और यदि इस जवानी को सही अवसर दिया जाए तो वह दुनिया फतह कर सकती है। इसी सोच के मद्देनजर यूबीएसएस द्वारा होनहार छात्रों के हितों की रक्षा करने वाले कई प्रोग्राम लॉन्च किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस नेक मिशन की आवाज पंजाब के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए, लोकप्रिय अभिनेता गुरप्रीत घुग्गी को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। घुग्गी साहब का व्यक्तित्व इस बात का गवाह है कि साधारण घरों के बच्चे भी बड़े सपने देख और पूरे कर सकते हैं।

इस अवसर पर गैरी मल्होत्रा के विजन के तहत, UBSS ऑस्ट्रेलिया ने भारत की शान IIT रोपड़ के साथ हाथ मिलाया है। यह साझेदारी सुनिश्चित करेगी कि पंजाब के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और तकनीकी ज्ञान मिले, ताकि वे दुनिया के किसी भी कोने में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा सकें।
उन्होंने बताया कि यूबीएसएस द्वारा जरूरतमंद, मेधावी और होनहार छात्रों और उनके माता-पिता की एक बड़ी चिंता को खत्म करने का प्रयास किया गया है। जिसके तहत '100% सेल्फ-स्पॉन्सर प्रोग्राम' छात्रों को बिना किसी गारंटी के पढ़ाई करने का अवसर देगा। यह एक भरोसा है कि आपकी काबिलियत ही आपकी सबसे बड़ी गारंटी है।
अपनी समाजसेवी संस्था 'हेल्पिंग हैंड' के माध्यम से उन्होंने 25 ऐसे मेधावी छात्रों को सालाना 100% स्कॉलरशिप देने का प्रण किया है, जिनकी गरीबी उनके सपनों के रास्ते में आती है। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि गरीबी किसी हीरे की चमक को फीका न कर सके।

इस मौके पर गुरप्रीत घुग्गी ने कहा कि मेरे लिए यह बहुत गर्व की बात है कि मैं गैरी मल्होत्रा जैसे युवा और दूरदर्शी उद्यमी के नेक मिशन से जुड़ा हूं। मलेरकोटला के एक छोटे से गांव से उठकर गैरी मल्होत्रा ने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी, मेलबर्न और एडिलेड शहरों में करीब एक दर्जन शिक्षण संस्थान स्थापित करके सबसे बड़े ग्रुप का रुतबा हासिल किया है।
मैं एक सरकारी स्कूल का पढ़ा हुआ हूं और मैंने अपनी आंखों से देखा है कि कैसे अवसरों की कमी के कारण मुझसे कहीं ज्यादा होशियार और काबिल बच्चे जिंदगी की दौड़ में पीछे रह गए। जिनके दिमाग की दहशत पूरे स्कूल में होती थी, उन्हें घर की आर्थिक तंगी ने पढ़ाई छोड़कर पकौड़े बेचने या छोटी-मोटी दुकानों पर बैठने के लिए मजबूर कर दिया। उनकी प्रतिभा में कोई कमी नहीं थी, कमी थी तो सिर्फ एक ‘अवसर’ की, जो उन्हें कभी नहीं मिला।
आज गैरी मल्होत्रा वही ‘अवसर’ बनकर आए हैं। उनका ‘सेल्फ-स्पॉन्सर’ प्रोग्राम एक क्रांति है, जो हजारों माता-पिता के सिर से वह बोझ उतार देता है जो उन्हें अपने बच्चों के सपने पूरे करने से रोकता था। इससे छात्र, खासकर हमारी बेटियां, आत्मनिर्भर बनती हैं, क्योंकि जब एक बेटी पढ़ती है तो पूरा परिवार तरक्की करता है। इसके अलावा, उन 25 जरूरतमंद और मेधावी छात्रों को 'हेल्पिंग हैंड' संस्था के माध्यम से 100 प्रतिशत स्पॉन्सरशिप देना बड़ी सोच का प्रमाण है।

अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के इच्छुक पंजाब के छात्रों के लिए सीधे दाखिले वाला प्रोग्राम छात्रों और माता-पिता के लिए बड़ी आर्थिक राहत और सुरक्षा बनेगा। गुरप्रीत सिंह ने कहा कि मैं इस महान मिशन का हिस्सा बनकर गर्व महसूस करता हूं।
इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा कि आज एक शिक्षा शास्त्री होने के नाते मुझे गैरी मल्होत्रा और उनकी टीम द्वारा किए गए इस अनूठे प्रयास को देखकर बेहद खुशी और गर्व महसूस हो रहा है। मैं उन्हें इस अनूठी पहल के लिए बधाई देता हूं। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि पंजाब की धरती का एक नौजवान, जिसने खुद संघर्ष करके विदेश में सफलता हासिल की, आज अपनी मिट्टी का कर्ज चुकाने के लिए वापस लौटा है और यहां के युवाओं का भविष्य संवारने का बीड़ा उठाया है।
पिछले 25 सालों से छात्रों के साथ काम करते हुए मैं एक बात पूरे यकीन के साथ कह सकता हूं कि हमारे पंजाबी युवाओं में न तो हिम्मत की कमी है और न ही जज्बे की। अगर किसी चीज की कमी है तो वह है सही अवसरों की। जब भी उन्हें अवसर मिला है, उन्होंने देश-विदेश में पंजाब का नाम रोशन किया है। पर दुख की बात यह है कि सही अवसर और सही राह न मिलने के कारण, हमारे बहुत सारे नौजवान 'डंकी रूट' के अंधेरे में खो जाते हैं। मुझे खुशी है कि वह स्कॉलरशिप और जरूरतमंद बच्चों को गोद लेकर उनकी भी मदद कर रहे हैं, जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं।
इस मौके पर नामी शिक्षा शास्त्री कंवलजीत सिंह ढींडसा ने कहा कि गैरी मल्होत्रा ने गांव के सरकारी स्कूल से सफर शुरू करके ऑस्ट्रेलिया में सफलता की बुलंदियों को छुआ है। गैरी मल्होत्रा द्वारा 'हेल्पिंग हैंड' संस्था के माध्यम से शुरू किए गए प्रोजेक्ट सिर्फ कारोबार नहीं, बल्कि समाज के प्रति एक बड़ी देन हैं। उनके तीन मुख्य प्रयास विशेष रूप से प्रशंसनीय हैं:
100% सेल्फ-स्पॉन्सरशिप (पहले पढ़ो, कमाओ और फिर फीस दो): यह एक अनूठी और बहुत ही असरदार सोच है, जिससे काबिल छात्रों पर पढ़ाई के दौरान फीस का कोई बोझ नहीं रहेगा। यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी मेधावी बच्चा पैसे की कमी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित न रहे।
संस्था से सीधा संपर्क: छात्रों को सीधे इंस्टीट्यूट से जोड़ने का तरीका पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वास पैदा करता है। इससे छात्रों को फीस और खर्चों में बचत और पारदर्शिता मिलती है, जिससे वे गुमराह होने से बच जाते हैं।
गरीब और मेधावी बच्चों के लिए मुफ्त अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा: बुद्धिमान बच्चों को 100 प्रतिशत स्पॉन्सरशिप के माध्यम से मुफ्त पढ़ाई करवा कर उनके भविष्य को संवारना है।
गैरी मल्होत्रा, गुरप्रीत घुग्गी, सतनाम संधू जैसी शख्सियतें हमारे समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, जिन्होंने साधारण पृष्ठभूमि से उठकर बड़ी मंजिलें हासिल की हैं। मुझे पूरा यकीन है कि गैरी मल्होत्रा का यह नेक प्रयास पंजाब के हजारों युवाओं का भविष्य रोशन करेगा। मैं इस शानदार प्रोजेक्ट के लिए उन्हें दिल से मुबारकबाद देता हूं और कामना करता हूं कि वह इस मिशन को और भी दिलेरी और हौसले के साथ आगे बढ़ाएं।
इस अवसर पर यूबीएसएस और जीसीए ऑस्ट्रेलिया के वाइस चांसलर प्रो. एलन बोयल जेम्स, पूर्व वाइस चांसलर डॉ. बी.एस घुम्मन, अमेरिका के सफल कारोबारी राजा बोपाराय, मुख्यमंत्री पंजाब के पूर्व ओएसडी मनजीत सिंह सिद्धू, आईआईटी रोपड़ की सीईओ राधिका तरिखा समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया। जबकि कार्यक्रम में पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल, नामी अभिनेत्री और समाजसेवी सोनिया मान, गायक मनकीरत औलख, करमजीत अनमोल, सलीम सिकंदर, फिल्म अभिनेता कुलतार चीमा, लव गिल और बनिंदर बनी, स्वदेश, जरनैल सिंह, आईबीसी चंडीगढ़ से प्रोफेसर रौणकी राम, होप ट्रेनिंग कॉलेज के ऑस्ट्रेलियन रॉबी बैनीपाल, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला से डॉ. गुरमुख सिंह उपस्थित थे।
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