Punjab में बाढ़ का तांडव: कितने गांव डूबे, कितनी जानें गईं? ...और भी बहुत कुछ, पढ़ें तबाही की पूरी Report
Babushahi Bureau
चंडीगढ़, 3 सितंबर 2025 (बाबूशाही नेटवर्क) : पंजाब हाल के दशकों की सबसे भीषण और विनाशकारी बाढ़ की चपेट में है। राज्य के सभी 23 जिले बाढ़ के पानी से प्रभावित हैं, जिससे अब तक 30 लोगों की जान जा चुकी है और 3.54 लाख से अधिक लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्यों में जुटी है, लेकिन हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं।
आंकड़ों में तबाही का मंजर
राज्य सरकार द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, स्थिति की भयावहता चौंकाने वाली है:
1. कुल प्रभावित लोग: 3,54,626
2. कुल मौतें: 30 (1 अगस्त से 2 सितंबर के बीच)
3. प्रभावित गांव: 1,400
4. निकाले गए लोग: 19,597
5. राहत शिविरों में शरणार्थी: 5,167
6. कुल राहत शिविर: 174
7. फसल का नुकसान: 1,48,590 हेक्टेयर
राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी
प्रशासन ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है।
1. निकासी अभियान: अब तक 19,597 लोगों को निचले और बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित निकाला गया है। सबसे ज्यादा लोग गुरदासपुर (5,581), फिरोजपुर (3,432), और अमृतसर (2,734) से निकाले गए हैं।
2. राहत शिविर: विस्थापित लोगों को आश्रय देने के लिए राज्य भर में 174 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। वर्तमान में इन शिविरों में 5,167 लोग शरण लिए हुए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा लोग फाजिल्का (1,304), होशियारपुर (1,041), और फिरोजपुर (706) के शिविरों में हैं।
खेती पर बाढ़ की सबसे बड़ी मार
बाढ़ ने पंजाब की कृषि अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिसमें 1,48,590 हेक्टेयर में खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में गुरदासपुर (40,193 हेक्टेयर), मानसा (27,291 हेक्टेयर), और अमृतसर (23,000 हेक्टेयर) शामिल हैं। इसके अलावा कपूरथला, फिरोजपुर और तरनतारन में भी हजारों हेक्टेयर फसल तबाह हो गई है।
बचाव के लिए उतरीं NDRF, सेना, वायु सेना और नौसेना
मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन के अनुसार, बचाव कार्यों के लिए केंद्रीय बलों को बड़े पैमाने पर तैनात किया गया है।
1. NDRF: एनडीआरएफ (NDRF) की 23 टीमें सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में लगातार काम कर रही हैं, जिनमें 6 टीमें गुरदासपुर, 6 अमृतसर और 3 फिरोजपुर में तैनात हैं।
2. सेना और अन्य बल: थल सेना (Army), वायु सेना (Air Force), और नौसेना (Navy) की 12 टुकड़ियां बचाव और राहत कार्यों में लगी हैं, जबकि 8 टुकड़ियों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। लगभग 35 हेलीकॉप्टर और 114 नावें राहत सामग्री पहुंचाने और लोगों को निकालने के काम में लगी हैं। सीमावर्ती जिलों में बीएसएफ (BSF) भी जमीनी स्तर पर मदद कर रही है।
मौतों का आंकड़ा और लापता लोग
1 अगस्त से 2 सितंबर के बीच, 12 जिलों में बाढ़ के कारण 30 लोगों की मौत दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा 6 मौतें पठानकोट जिले में हुई हैं, जहां अभी भी 3 लोग लापता बताए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि पानी उतरने के बाद ही पशुधन और बुनियादी ढांचे के नुकसान का पूरा आकलन हो पाएगा, लेकिन शुरुआती रिपोर्टें भारी नुकसान का संकेत दे रही हैं।
MA
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