पंजाब भी भारत का हिस्सा..! फिर मोदी साहब भेदभाव क्यों? - ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल
Babushahi Bureau
चंडीगढ़, 3 सितंबर 2025 : पंजाब में बाढ़ से मचे हाहाकार के बीच, केंद्र सरकार के रवैये को लेकर सियासत गरमा गई है। नए अकाली दल के अध्यक्ष ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पंजाब के प्रति केंद्र सरकार के कथित उदासीन रवैये की कड़ी निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब पंजाब देश का ही हिस्सा है, तो संकट की इस घड़ी में उसके साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है?
क्या कहा ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने?
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, "प्रधानमंत्री जी, यह अच्छा है कि आपने अफगानिस्तान के प्रति सहानुभूति व्यक्त की, लेकिन पंजाब भी इसी देश का हिस्सा है, जहां 17 अगस्त से लगभग 1,500 गांव और करीब 300,000 लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। हमें अफ़सोस है कि पंजाब के प्रति आपका कोई ट्वीट सामने नहीं आया।"
उन्होंने इस बात पर भी तंज कसा कि केंद्रीय कृषि मंत्री ने भी बाढ़ के लगभग 20 दिन बाद पंजाब की सुध लेने का ऐलान किया है।
Mr. Prime Minister, it is good that you expressed sympathy for Afghanistan, but Punjab is also part of this very country, where nearly 1,500 villages and about 300,000 people have been badly affected since August 17. Your lack of attention towards Punjab is extremely painful. pic.twitter.com/5b5BtkylPS
— Singh Sahib Giani Harpreet Singh (@J_Harpreetsingh) September 3, 2025
'आप' सरकार ने भी केंद्र पर साधा निशाना
वहीं दूसरी ओर, पंजाब की 'आप' सरकार के प्रतिनिधियों ने भी केंद्र सरकार पर असहयोग का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बाढ़ से तबाह हुए इलाकों में राहत और बचाव कार्यों के लिए केंद्र सरकार से पूरा सहयोग नहीं मिल रहा है।
'आप' नेताओं ने भी यही सवाल दोहराया है कि जब पंजाब देश का एक अहम हिस्सा है, तो उसे मुसीबत के समय केंद्र से जरूरी मदद क्यों नहीं दी जा रही? यह बयानबाजी ऐसे समय में हो रही है जब पंजाब 37 साल की सबसे भीषण बाढ़ झेल रहा है और राज्य सरकार ने सभी 23 जिलों को बाढ़-ग्रस्त घोषित कर दिया है।
यह राजनीतिक खींचतान बाढ़ की त्रासदी के बीच राज्य और केंद्र के संबंधों में बढ़ते तनाव को उजागर करती है, जहां दोनों पक्ष एक-दूसरे पर जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगा रहे हैं।
MA
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →