Earthquake News : 24 घंटे में 5 बार कांपी धरती! इस देश में लगातार महसूस हो रहे भूकंप के झटके, लोग दहशत में
Babushahi Bureau
काबुल, 5 सितंबर 2025 : अफगानिस्तान एक बार फिर भूकंप के शक्तिशाली और लगातार आ रहे झटकों से दहल गया है। पिछले 24 घंटों में देश के विभिन्न हिस्सों में एक के बाद एक पांच भूकंप दर्ज किए गए, जिससे पहले से ही आपदा झेल रहे लोगों में दहशत का माहौल है। शुक्रवार तड़के 3:16 बजे 4.9 तीव्रता का ताजा झटका महसूस किया गया, जिसने लोगों को नींद से जगा दिया।
24 घंटे में भूकंप का पूरा घटनाक्रम
यह भूकंपीय गतिविधि गुरुवार से ही जारी है, जिसने देश को हिलाकर रख दिया है:
1. पहला झटका (गुरुवार सुबह 10:40): दिन की शुरुआत 4.8 तीव्रता के भूकंप से हुई।
2. दूसरा और सबसे शक्तिशाली झटका (गुरुवार रात 10:26): रात में 5.8 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसका केंद्र काबुल से 133 किमी पूर्व में और गहराई 160 किमी थी।
3. तीसरा झटका (गुरुवार रात 11:58): इसके कुछ ही देर बाद 4.1 तीव्रता का एक और झटका महसूस किया गया, जिसकी गहराई 50 किमी थी।
4. चौथा झटका (शुक्रवार तड़के 3:16): तड़के 4.9 तीव्रता का भूकंप आया, जिसने दहशत को और बढ़ा दिया।
5. बुधवार देर रात का झटका: इससे पहले, बुधवार देर रात भी 10 किलोमीटर की कम गहराई पर एक भूकंप दर्ज किया गया था, जिसने आफ्टरशॉक के खतरे को बढ़ा दिया था।
हजारों मौतों की पिछली तबाही के बीच नए झटके
ये नए झटके उस विनाशकारी भूकंप के बाद आए हैं जिसने पहले ही देश में भारी तबाही मचाई है। 31 अगस्त की रात और 4 सितंबर की सुबह आए भूकंपों ने अब तक 2200 से अधिक लोगों की जान ले ली है, जबकि 3,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। कुनार और नंगरहार प्रांतों में कई गांव पूरी तरह से तबाह हो गए हैं, और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय मदद जारी, भारत ने भेजी 21 टन राहत सामग्री
इस विनाशकारी संकट के बीच, अंतरराष्ट्रीय सहायता अफगानिस्तान पहुंच रही है।
1. विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP): WFP ने भूकंप प्रभावित प्रांतों में खाद्य सामग्री और उच्च-ऊर्जा वाले बिस्कुट सहित आपातकालीन सहायता भेजी है।
2. भारत की मानवीय सहायता: भारत ने भी आपदा की इस घड़ी में मदद का हाथ बढ़ाया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पुष्टि की है कि 21 टन राहत सामग्री से भरा एक विमान काबुल पहुंच गया है। इस सामग्री में कंबल, टेंट, दवाइयां, वाटर प्यूरीफायर और रसोई के बर्तन जैसी आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।
लगातार आ रहे इन भूकंपों ने बचाव कार्यों में बाधा डाली है और देश के सामने एक अभूतपूर्व मानवीय संकट खड़ा कर दिया है।
MA
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