कुदरत का कहर जारी! फटे बादल, गिरे पहाड़, सड़कें बंद- पढ़ें मौतों की गिनती
Babushahi Bureau
कुल्लू/मंडी, 3 सितंबर 2025 (बाबूशाही ब्यूरो) : आपदा-ग्रस्त हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है, जिससे कई जिलों में विनाश का मंजर है। मूसलाधार बारिश ने भूस्खलन को जन्म दिया है, हजारों सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे सामान्य जनजीवन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है।
बुधवार सुबह 10:00 बजे तक, राज्य भर में सात राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 1,162 सड़कें बंद थीं। इसके अलावा, 2,477 बिजली ट्रांसफार्मर और 720 जल आपूर्ति योजनाएं ठप हो गई हैं।
अवरुद्ध सड़कें: कुल्लू (204), मंडी (282), शिमला (234), सिरमौर (137), सोलन (92), कांगड़ा (60), लाहौल-स्पीति (48), और चंबा (100+)।
सुंदरनगर में विनाशकारी भूस्खलन
सुंदरनगर उपमंडल के जंगमबाग में मंगलवार शाम को एक भीषण भूस्खलन (Landslide) हुआ, जिसमें दो घर कुछ ही सेकंड में मलबे में दब गए। अब तक सात शव बरामद किए जा चुके हैं, जिनमें एक ही परिवार के पांच सदस्य, एक स्कूटर सवार और एक कार चालक शामिल हैं। NDRF की टीमों ने छतों को काटकर कुछ पीड़ितों के शवों को बाहर निकाला। बचाव अभियान अभी भी जारी है।
अन्य क्षेत्रों में भी तबाही
1. नेर घरवासड़ा पंचायत (मंडी): 15 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं; परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
2. कुंडुनी गांव: जमीन के लगातार धंसने के कारण गांव को खाली करा लिया गया है।
3. कुल्लू अखाड़ा बाजार: मंगलवार देर रात एक NDRF जवान और एक कश्मीरी मजदूर सहित दो लोग मलबे में फंस गए। बचाव दल मौके पर मौजूद हैं।
मनाली-कुल्लू लेफ्ट बैंक रोड, जो एक गिरे हुए पेड़ के कारण अवरुद्ध हो गई थी, को फिर से खोल दिया गया है। उफनती मनालसू नदी में फंसे एक टेंपो ट्रैवलर को भी JCB की मदद से बचा लिया गया।
शिक्षण संस्थान बंद, 'ऑरेंज अलर्ट' जारी
शिमला, सोलन, सिरमौर, कांगड़ा, बिलासपुर और कुल्लू सहित कई जिलों में शिक्षण संस्थान बंद रहे। मौसम विभाग ने 9 सितंबर तक कई जिलों में भारी बारिश के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' (Orange Alert) जारी किया है। पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश नैना देवी (136 मिमी) में दर्ज की गई।
मानसून में भारी नुकसान
20 जून से अब तक इस मानसून में 341 लोगों की जान जा चुकी है, 389 घायल हुए हैं, और 41 लोग लापता हैं। संपत्ति का अनुमानित नुकसान ₹3,52,541.58 लाख से अधिक का है। बाढ़, बादल फटने और भूस्खलन से लगभग 5,000 घर और दुकानें, 4,008 गौशालाएं और 1,912 पशु नष्ट हो गए हैं।
MA
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