Earthquake News : इस High Risk Zone में फिर आया 4.7 का भूकंप, 24 घंटे में दूसरा झटका
Babushahi Bureau
म्यांमार - 4 सितंबर 2025 : म्यांमार में भूकंप के झटकों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, आज, गुरुवार को, म्यांमार में 4.7 तीव्रता का एक और भूकंप दर्ज किया गया। यह भूकंप भारतीय समयानुसार सुबह 11:03 बजे आया और इसकी गहराई जमीन से 120 किलोमीटर नीचे बताई गई है। पिछले कुछ दिनों में यह देश में आया तीसरा भूकंप है, जिसने लोगों में चिंता और डर का माहौल पैदा कर दिया है।
लगातार भूकंपों का दौर
यह भूकंप पिछले 24 घंटों में आया दूसरा बड़ा झटका है। इससे पहले आज ही सुबह 9:52 बजे 4.1 तीव्रता का एक और भूकंप आया था, जिसकी गहराई 70 किलोमीटर थी। बुधवार को भी 3.7 तीव्रता का एक भूकंप महसूस किया गया था, जिसकी गहराई जमीन से मात्र 10 किलोमीटर नीचे थी।
क्यों है म्यांमार भूकंप के प्रति इतना संवेदनशील?
म्यांमार भौगोलिक रूप से एक बेहद संवेदनशील क्षेत्र में स्थित है, जो इसे भूकंपों के लिए एक हॉटस्पॉट बनाता है।
1. टेक्टोनिक प्लेटों का संगम: यह देश चार प्रमुख टेक्टोनिक प्लेटों के मिलन बिंदु पर स्थित है, जिससे यहाँ लगातार भूगर्भीय हलचल होती रहती है।
2. सागिंग फॉल्ट का खतरा: यहाँ से गुजरने वाला 1,400 किलोमीटर लंबा सागिंग फॉल्ट (Sagaing Fault) इस क्षेत्र को बड़े और विनाशकारी भूकंपों के उच्च जोखिम में डालता है।
भूकंप के साथ स्वास्थ्य का भी खतरा
लगातार आ रहे भूकंपों के कारण विस्थापित हुए लोगों में स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं भी बढ़ गई हैं।
1. WHO की चेतावनी: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में आए 7.7 और 6.4 तीव्रता के भूकंपों के बाद विस्थापित लोगों में तपेदिक (TB), एचआईवी (HIV) और जल-जनित बीमारियों के फैलने का खतरा जताया था।
2. सतही भूकंप ज्यादा खतरनाक: वैज्ञानिक रूप से, जमीन की सतह के करीब आने वाले भूकंप (कम गहराई वाले) गहरे भूकंपों की तुलना में ज्यादा खतरनाक होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी ऊर्जा को सतह तक पहुंचने में कम दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे जमीन पर कंपन और विनाश ज्यादा होता है।
लगातार आ रहे इन भूकंपों ने न केवल जान-माल के नुकसान का खतरा बढ़ाया है, बल्कि देश के सामने एक गंभीर स्वास्थ्य संकट की चुनौती भी खड़ी कर दी है।
MA
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →