Chandigarh University ने फिर मारी बाजी! NIRF रैंकिंग में रचा इतिहास, मिली ये शानदार Rank
Babushahi Bureau
मोहाली, 4 सितंबर 2025 : चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (Chandigarh University) ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (National Institutional Ranking Framework - NIRF) 2025 में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यूनिवर्सिटी को भारत के सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों में 19वीं रैंक मिली है, जिससे यह उत्तर भारत की सर्वश्रेष्ठ निजी यूनिवर्सिटी के रूप में उभरी है। यूनिवर्सिटी ने विभिन्न विषयों में भी शानदार प्रदर्शन किया है, जो प्रमुख शैक्षणिक क्षेत्रों में इसकी निरंतर प्रगति को दर्शाता है।
रैंकिंग में अभूतपूर्व उछाल
साल 2012 में स्थापित हुई इस यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय रैंकिंग में तेजी से अपनी जगह बनाई है।
1. 2021: NIRF में 77वीं रैंक के साथ डेब्यू किया।
2. 2023: 27वीं रैंक हासिल की।
3. 2024: 20वीं रैंक पर पहुंची।
4. 2025: अब 19वीं रैंक हासिल की है।
यह पांच वर्षों में लगभग चार गुना का सुधार है, जो इसे शिक्षा, रिसर्च, प्लेसमेंट और इंडस्ट्री जुड़ाव जैसे क्षेत्रों में देश के प्रमुख संस्थानों की श्रेणी में खड़ा करता है।
विषय-वार रैंकिंग (Discipline-wise Rankings) में भी दबदबा
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने विभिन्न विषयों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है:
1. इंजीनियरिंग (Engineering): 31वीं रैंक
2. मैनेजमेंट (Management): 32वीं रैंक
3. फार्मेसी (Pharmacy): 15वीं रैंक
4. आर्किटेक्चर (Architecture): 14वीं रैंक
रिसर्च में भी बनी नंबर वन
इस साल रिसर्च (Research) कैटेगरी में डेब्यू करते हुए, यूनिवर्सिटी ने देशभर में 34वीं रैंक हासिल की है और रिसर्च के क्षेत्र में उत्तर भारत की नंबर 1 प्राइवेट यूनिवर्सिटी का खिताब अपने नाम किया है। यह यूनिवर्सिटी के इनोवेशन और R&D पर बढ़ते फोकस को रेखांकित करता है।
इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए, वरिष्ठ प्रबंध निदेशक (Senior Managing Director) दीप इंदर सिंह संधू ने कहा, "यह प्रदर्शन फैकल्टी, इंफ्रास्ट्रक्चर और रिसर्च इकोसिस्टम में हमारे निवेश को प्रमाणित करता है। 19वीं रैंक हमारी अकादमिक गुणवत्ता, प्लेसमेंट परिणामों और इनोवेशन-संचालित संस्कृति की पुष्टि करती है।"
उन्होंने आगे कहा कि NIRF के कड़े पैरामीटर—जैसे कि शिक्षण-अधिगम संसाधन (Teaching–Learning Resources), रिसर्च और प्रोफेशनल प्रैक्टिस, ग्रेजुएशन आउटकम, आउटरीच और समावेशिता (Inclusivity)—संस्थानों को राष्ट्रीय मानदंडों के मुकाबले अपनी गुणवत्ता को परखने में मदद करते हैं। उन्होंने सस्ती और समावेशी शिक्षा के मूल्यों को बनाए रखते हुए, उद्योग-उन्मुख (Industry-oriented) शिक्षा प्रदान करने की यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
MA
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