Giani Harpreet Singh मोदी सरकार पर बरसे, कहा - सिख संगतों को पाकिस्तान जाने से रोकना मुगलों से भी बुरा फैसला
Babushahi Bureau
अमृतसर, 15 सितंबर, 2025 : भारत सरकार द्वारा गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा ननकाना साहिब जाने वाले सिख जत्थों (Sikh Jathas) पर लगाई गई पाबंदी पर सिख जगत में भारी रोष है। अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने इस फैसले की कड़ी निंदा करते हुए इसे सिखों के धार्मिक अधिकारों को कुचलने की साजिश करार दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हो सकते हैं, तो सिख श्रद्धालुओं को गुरुपर्व मनाने के लिए पाकिस्तान जाने से क्यों रोका जा रहा है?
"जंग में भी नहीं रुकी यात्रा"
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि भारत सरकार युद्ध की आड़ लेकर करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को बंद रखकर सिखों के साथ बेईमानी कर रही है। उन्होंने याद दिलाया कि भारत-पाकिस्तान के बीच तीन-तीन युद्धों के दौरान भी सिख श्रद्धालुओं की यात्रा कभी नहीं रोकी गई, लेकिन आज सरकार की एजेंसियों (Intelligence Agencies) के प्रभाव में आकर ऐसे गलत फैसले ले रही है।
"मुगल काल में भी नहीं थीं ऐसी पाबंदियां"
सरकार के इस कदम पर गहरा दुख जताते हुए ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा, "दुख की बात है कि इस तरह की पाबंदियां तो मुगल काल में भी नहीं लगाई गई थीं।" उन्होंने कहा कि सिख कौम के धार्मिक अधिकारों का सम्मान करना हर सरकार की जिम्मेदारी है, न कि उन्हें दबाने की साजिश रचना।
उन्होंने सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और सिख जत्थों को ननकाना साहिब जाने की अनुमति देने की मांग की है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इस साल नवंबर में गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के लिए पाकिस्तान जाने वाले सिख जत्थे को अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
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