2 साल का इंतजार खत्म! Israel-Hamas संघर्ष विराम के बीच आज रिहा होंगे 20 बंधक
Babushahi Bureau
यरूशलम/गाजा, 13 अक्टूबर, 2025 : दो साल से चल रहे विनाशकारी युद्ध के बाद गाजा में शांति की एक नई सुबह हुई है। इजराइल और हमास के बीच हुए ऐतिहासिक युद्धविराम समझौते (ceasefire agreement) के तहत, हमास आज 20 जीवित इजराइली बंधकों को रिहा करेगा। इसके जवाब में, इजराइल भी लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने के लिए तैयार है, जिससे दशकों पुराने संघर्ष के समाधान की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
इजराइल के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जामीर ने कहा, "कुछ ही घंटों में हम सब फिर से एक साथ होंगे।"
कैसे होगी बंधकों और कैदियों की रिहाई?
यह पूरी प्रक्रिया अत्यंत सावधानी और सुरक्षा के बीच पूरी की जाएगी।
1. बंधकों की सुरक्षित वापसी: हमास द्वारा रिहा किए जाने वाले 20 बंधकों को रेड क्रॉस (Red Cross) के हवाले किया जाएगा। उन्हें 6 से 8 गाड़ियों के काफिले में एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा। इस बार यह प्रक्रिया सार्वजनिक रूप से नहीं होगी, और बंधकों को सीधे उनके परिवारों से मिलाया जाएगा या जरूरत पड़ने पर अस्पताल ले जाया जाएगा।
2. फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई: इजराइल द्वारा रिहा किए जाने वाले 2,000 कैदियों में 250 ऐसे हैं जो आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। इनमें कई ऐसे लोग भी शामिल हैं जो दो दशकों से जेल में बंद हैं। रिहाई के बाद इनमें से कई लोगों को गाजा या फिलिस्तीनी क्षेत्र से बाहर निर्वासित जीवन जीना पड़ सकता है।
कौन हैं रिहा होने वाले प्रमुख कैदी?
रिहा होने वालों में हमास और फतह गुट के कई प्रमुख सदस्य शामिल हैं।
1. इयाद अबू अल रब: एक इस्लामिक जिहाद कमांडर, जिसे 2003-2005 के बीच इजराइल में आत्मघाती हमलों की योजना बनाने का दोषी ठहराया गया था, जिसमें 13 लोग मारे गए थे।
2. समीर अबू नामा: 64 वर्षीय फतह सदस्य, जो 1986 से जेल में बंद है और रिहा होने वालों में सबसे उम्रदराज है। उसे इजराइल में विस्फोटक लगाने का दोषी पाया गया था।
3. मोहम्मद अबू कतीश: सबसे कम उम्र का कैदी, जिसे 2022 में 16 साल की उम्र में एक इजराइली नागरिक को चाकू मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
शांति प्रक्रिया और ट्रंप की भूमिका
इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी मध्य पूर्व की यात्रा पर हैं ताकि समझौते का स्वागत किया जा सके और स्थायी शांति के लिए बातचीत को आगे बढ़ाया जा सके।
1. लापता बंधकों की खोज: एक अंतरराष्ट्रीय टास्क फोर्स (international task force) 72 घंटों के भीतर उन बंधकों की खोज शुरू करेगी जिनके शव अब तक नहीं मिले हैं। आशंका है कि कई बंधक मलबे में दबे हो सकते हैं।
2. मानवीय सहायता: सोमवार से ही गाजा के भुखमरी से जूझ रहे इलाकों में सहायता सामग्री और मानवीय राहत पहुंचनी शुरू हो जाएगी, जिससे लाखों लोगों को तत्काल मदद मिलने की उम्मीद है।