Israel-Hamas War : हमास की कैद से रिहा 7 बंधकों का पहला बैच इजरायल पहुंचा
Babushahi Bureau
तेल अवीव/गाजा, 13 अक्टूबर, 2025 : इजरायल में आज दिवाली जैसा माहौल है क्योंकि दो साल से चले आ रहे विनाशकारी युद्ध के बाद हमास ने इजरायली बंधकों को रिहा करना शुरू कर दिया है। सीजफायर समझौते के तहत, हमास की कैद से 7 बंधकों का पहला बैच रिहा होकर इजरायल पहुंच गया है, जहां उनकी मुलाकात अपने परिवारों से हुई। यह रिहाई अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति (ICRC) की निगरानी में हुई, जिसने बंधकों को हमास से लेकर इजरायली सेना को सौंपा।
कैसे हुई रिहाई और अब आगे क्या?
यह रिहाई अमेरिका द्वारा प्रस्तावित गाजा शांति योजना का हिस्सा है, जिसके तहत हमास कुल 20 जीवित बंधकों को रिहा करेगा। बदले में, इजरायल भी लगभग 2000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
1. पहले बैच में 7 बंधक रिहा: पहले बैच में गैली बर्मन, जिव बर्मन, मटन एंग्रेस्ट, एलोन ओहेल, ओमरी मिरान, ईटन मोर और गाइ गिल्बोआ-दल्लाल शामिल हैं। इजरायल पहुंचने पर उनका मेडिकल और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन (psychological evaluation) किया जा रहा है।
2. बाकी बंधकों का इंतजार: बाकी बचे 13 बंधकों को भी जल्द ही अलग-अलग बैच में रिहा किया जाएगा। रेड क्रॉस की टीम दूसरे बैच को लेने के लिए निकल चुकी है।
ट्रंप पहुंचे इजरायल, बोले- 'जंग खत्म हो गई'
इस ऐतिहासिक मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी तेल अवीव पहुंच गए हैं।
1. 'जंग खत्म': इजरायल रवाना होने से पहले ट्रंप ने ऐलान किया, "गाजा में युद्ध खत्म हो गया है।" उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि सीजफायर सफल रहेगा।
2. बंधकों से करेंगे मुलाकात: उम्मीद है कि ट्रंप रिहा हुए बंधकों और उनके परिवारों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वे मिस्र में होने वाले एक उच्च-स्तरीय शांति शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जिसकी सह-अध्यक्षता वह मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ करेंगे।
इजरायल में जश्न, गाजा में इंतजार
बंधकों की रिहाई की खबर आते ही पूरे इजरायल में जश्न का माहौल है। लोग सड़कों पर उतरकर नाच-गा रहे हैं और तेल अवीव के होस्टेजेस स्क्वायर पर बड़ी स्क्रीन लगाकर इस पल का सीधा प्रसारण देख रहे हैं। वहीं, गाजा में भी लोग इजरायली जेलों में बंद अपने प्रियजनों की रिहाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
इस बीच, इजरायल के रक्षा मंत्री ने कहा है कि बंधकों की रिहाई के बाद गाजा में हमास द्वारा बनाई गई सुरंगों के नेटवर्क को नष्ट करने की तैयारी शुरू की जाएगी। यह काम अमेरिका के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय बलों की निगरानी में किया जाएगा।