ISRAEL में जश्न का माहौल: GAZA से लौटे सभी 20 जीवित बंधक, 2 साल बाद खत्म हुआ इंतजार
Babushahi Bureau
तेल अवीव, 13 अक्टूबर, 2025 (ANI) : इजरायल में दो साल से चल रहा इंतजार खत्म हो गया है और पूरे देश में जश्न का माहौल है। गाजा (Gaza) से हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी 20 जीवित इजरायली बंधक (Hostages) रिहा होकर अपने घर लौट आए हैं। इस रिहाई के साथ ही दो साल से चले आ रहे इस दर्दनाक अध्याय का अंत हो गया है।
दो बैच में पूरी हुई रिहाई प्रक्रिया
इजराइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने पुष्टि की है कि सोमवार को दो बैच में सभी बंधकों की रिहाई पूरी हुई।
1. पहला बैच: पहले बैच में 7 बंधकों—गली और जिव बर्मन, मटन एंग्रेस्ट, एलोन ओहेल, ओमरी मिरान, ईटन मोर और गाइ गिल्बोआ-दल्लाल—को रिहा किया गया।
2. दूसरा बैच: इसके कुछ घंटों बाद, बाकी बचे 13 बंधकों—एल्काना बोहबोट, अविनातन ओर, योसेफ-हैम ओहाना, एविएटर डेविड, रोम ब्रास्लावस्की, सेगेव कल्फोन, निमरोद कोहेन, मैक्सिम हेर्किन, ईटन हॉर्न, मटन जांगौकर, बार कुपरशेटिन, डेविड कुनियो और एरियल कुनियो—को भी रिहा कर दिया गया।
यह पूरी प्रक्रिया अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस (Red Cross) की निगरानी में दक्षिणी गाजा के खान यूनिस (Khan Younis) में पूरी हुई, जिसके बाद बंधकों को इजरायली सेना (IDF) और सुरक्षा एजेंसी (ISA) की सुरक्षा में इजरायल लाया गया।
भावुक हुए परिवार, ट्रंप भी बने गवाह
बंधकों की वापसी पर पूरे इजरायल में भावुक कर देने वाले दृश्य देखने को मिल रहे हैं।
1. परिवारों से पहली बातचीत: परिवारों ने वीडियो कॉल के जरिए अपने प्रियजनों से बात की। एक पिता ने कहा कि वे अपने बेटे को 'गले लगाने, सूंघने और उसकी सांसों को महसूस करने' का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
2. ट्रंप पहुंचे इजरायल: इस ऐतिहासिक घटना के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इजरायल पहुंच गए हैं। व्हाइट हाउस (White House) के अनुसार, ट्रंप ने एयर फोर्स वन (Air Force One) से ही बंधकों की रिहाई के पहले पलों को देखा और इसे 'इतिहास बनता हुआ' (history in the making) बताया।
आगे क्या होगा?
इजरायली सरकार ने कहा है कि वह सभी बंधकों की वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।
1. मेडिकल जांच: सभी रिहा हुए बंधकों का शुरुआती मेडिकल और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन (medical and psychological evaluations) किया जा रहा है, जिसके बाद वे अपने परिवारों से मिलेंगे।
2. गोपनीयता की अपील: IDF ने जनता से अपील की है कि वे इस भावुक समय में बंधकों और उनके परिवारों की निजता (privacy) का सम्मान करें।
इस रिहाई के साथ ही इजरायल और फिलिस्तीन के बीच दो साल से चल रहे संघर्ष के खत्म होने और शांति की एक नई उम्मीद जगी है।