पहले 64, अब...? Brazil Police के खूनी ऑपरेशन में मौत का आंकड़ा बढ़ा, जानें Latest Update!
Babushahi Bureau
रियो डी जनेरियो/ब्रासीलिया, 30 अक्टूबर, 2025 : ब्राजील (Brazil) के रियो डी जनेरियो (Rio de Janeiro) में मंगलवार को ड्रग तस्करों के खिलाफ चलाए गए पुलिस के 'महा-अभियान' का सच और भी भयावह निकला है। पहले जहां इस ऑपरेशन में 60-64 लोगों के मारे जाने की खबर थी, वहीं अब ब्राजीलियाई अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस खूनी कार्रवाई में मरने वालों की संख्या बढ़कर 119 हो गई है।
मौत के इस चौंकाने वाले आंकड़े ने न केवल ब्राजील को हिलाकर रख दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकारों (human rights) को लेकर भी गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने भी इस पर गहरी चिंता जताई है।
मरने वालों में 4 पुलिसकर्मी, 115 'संदिग्ध'
1. अपडेटेड आंकड़ा: पुलिस ने बताया कि मारे गए 119 लोगों में 4 पुलिस अधिकारी और 115 संदिग्ध गैंग सदस्य शामिल हैं।
2. ऑपरेशन का पैमाना: इस बड़े ऑपरेशन में लगभग 2500 सुरक्षाकर्मी, बख्तरबंद वाहन (armored vehicles), हेलिकॉप्टर (helicopters) और ड्रोन (drones) शामिल थे।
3. निशाना: मुख्य निशाना रियो का सबसे ताकतवर आपराधिक संगठन माना जाने वाला 'कमांडो वर्मेलो' (Comando Vermelho or Red Command) गैंग था।
4. इलाके: कार्रवाई रियो के घनी आबादी वाले गरीब इलाकों (Favelas) - पेनहा कॉम्प्लेक्स (Penha Complex) और एलेमाओ कॉम्प्लेक्स (Alemão Complex) - में केंद्रित थी।
स्थानीय लोगों का आरोप - 'यह नरसंहार है'
जहां पुलिस इसे संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता बता रही है, वहीं स्थानीय निवासियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं:
1. फर्जी मुठभेड़? लोगों का आरोप है कि पुलिस ने बिना जांच के गोलियां चलाईं और कई मौतें फर्जी मुठभेड़ों (fake encounters) में हुईं।
2. कार्यकर्ता राउल सैंटियागो ने कहा, "कई लोगों को सिर और पीठ में गोली मारी गई है। इसे सार्वजनिक सुरक्षा नहीं, नरसंहार (massacre) कहा जा सकता है।"
3. 'युद्ध जैसे हालात': प्रत्यक्षदर्शियों ने सड़कों पर "युद्ध जैसे हालात" बयां किए – लगातार गोलीबारी, आगजनी से उठता धुआं, बंद दुकानें, ठप ट्रैफिक और जान बचाने के लिए भागते लोग।
राष्ट्रपति 'हैरान', UN ने मांगी स्वतंत्र जांच
1. राष्ट्रपति लूला दुखी: ब्राजील के न्याय मंत्री रिकाडो लेवांडोव्स्की ने बताया कि राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा (President Lula da Silva) इस घटना से "हैरान और दुखी" (shocked and saddened) हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी कार्रवाई संघीय अनुमति (federal permission) के बिना कैसे की गई और इसकी जांच के आदेश दिए हैं।
2. UN महासचिव की चिंता: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (UN Secretary-General António Guterres) ने भी मौतों की संख्या पर चिंता व्यक्त की और कहा कि पुलिस बलों को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों (international human rights standards) का पालन करना चाहिए। उन्होंने सरकार से घटना की स्वतंत्र जांच (independent investigation) सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
क्यों हुआ यह ऑपरेशन? (पर्यटन और बड़े इवेंट्स)
1. पर्यटन केंद्र: रियो डी जनेरियो एक लोकप्रिय पर्यटन केंद्र (popular tourist destination) है, लेकिन ड्रग्स तस्करी (drug trafficking) और गैंग वॉर यहां आम हैं।
2. बड़े इवेंट्स: अगले हफ्ते रियो C40 विश्व महापौर शिखर सम्मेलन (C40 World Mayors Summit) और प्रिंस विलियम के अर्थशॉट पुरस्कार (Earthshot Prize) समारोह की मेजबानी करने वाला है। इसके बाद ब्राजील COP30 वैश्विक जलवायु सम्मेलन की भी तैयारी कर रहा है। माना जा रहा है कि इन बड़े आयोजनों से पहले शहर को "सुरक्षित" दिखाने के लिए यह कार्रवाई की गई।