9 सितंबर: इतिहास के पन्नों में दर्ज आज का दिन
Babushahi Bureau
चंडीगढ़, 9 September 2025 : इतिहास सिर्फ तारीखों का लेखा-जोखा नहीं होता, बल्कि यह उन घटनाओं, अविष्कारों और व्यक्तित्वों का संग्रह है जो हमारी आज की दुनिया को आकार देते हैं। 9 सितंबर का दिन भी इतिहास के पन्नों में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए दर्ज है - एक ओर जहाँ इसने आधुनिक हिंदी साहित्य के एक युगपुरुष को जन्म दिया, तो वहीं दूसरी ओर टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक ऐसी खोज की, जिसका इस्तेमाल आज हम सब करते हैं।
यह दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे छोटी-बड़ी घटनाएँ मिलकर इतिहास की एक बड़ी तस्वीर बनाती हैं। चाहे वह किसी देश का नामकरण हो, किसी विश्वविद्यालय की स्थापना हो, या फिर एक वीर सपूत का जन्म, हर घटना का अपना एक महत्व है जो समय के साथ और भी गहरा होता जाता है।
9 सितंबर का दिन भारतीय और विश्व इतिहास दोनों के लिए कई मायनों में खास है। यह दिन हमें उन पलों की याद दिलाता है जिन्होंने न केवल अपने समय को प्रभावित किया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक स्थायी विरासत छोड़ी।
9 सितंबर की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं
यहाँ 9 सितंबर को घटी कुछ प्रमुख घटनाएँ हैं जिन्होंने इतिहास पर अपनी अमिट छाप छोड़ी:
1. 1776: अमेरिका को मिला उसका आधिकारिक नाम : आज ही के दिन अमेरिकी कांग्रेस ने एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए आधिकारिक तौर पर अपने देश का नाम "यूनाइटेड कॉलोनीज़" से बदलकर "यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका" (United States of America) रखा था। यह घटना अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राष्ट्र की एक नई और एकजुट पहचान स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
2. 1850: आधुनिक हिंदी के जनक भारतेन्दु हरिश्चंद्र का जन्म : 9 सितंबर, 1850 को वाराणसी में आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह भारतेन्दु हरिश्चंद्र का जन्म हुआ था। उन्होंने अपनी लेखनी से न केवल हिंदी गद्य को एक नया रूप दिया, बल्कि नाटकों, निबंधों और कविताओं के माध्यम से सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना को भी जागृत किया।
3. 1920: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना : आज ही के दिन अलीगढ़ के एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) का दर्जा दिया गया था। सर सैयद अहमद खान द्वारा स्थापित यह संस्थान भारत में शिक्षा और बौद्धिक विकास का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया।
4. 1947: पहले 'कंप्यूटर बग' की खोज : यह एक बेहद दिलचस्प घटना है। 9 सितंबर, 1947 को हार्वर्ड विश्वविद्यालय में ग्रेस हॉपर और उनकी टीम ने दुनिया के पहले कंप्यूटर बग (First Computer Bug) की खोज की थी। यह कोई सॉफ्टवेयर एरर नहीं था, बल्कि एक असली कीट (पतंगा) था जो एक कंप्यूटर रिले में फंस गया था, जिससे मशीन खराब हो गई थी। यहीं से कंप्यूटर की समस्याओं के लिए 'बग' और 'डीबगिंग' जैसे शब्दों का प्रचलन शुरू हुआ।
5. 1974: कारगिल के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म : "ये दिल मांगे मोर!" - यह नारा आज भी हर भारतीय के दिल में जोश भर देता है। इस नारे को अमर बनाने वाले, कारगिल युद्ध के परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म आज ही के दिन 1974 में हुआ था। उन्होंने अपनी बहादुरी और अदम्य साहस से भारतीय सेना के इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित कराया।
निष्कर्ष
9 सितंबर का दिन हमें यह सिखाता है कि इतिहास केवल बड़ी लड़ाइयों या राजनीतिक बदलावों से ही नहीं बनता, बल्कि यह साहित्यकारों, वैज्ञानिकों और वीर सैनिकों के योगदान से भी समृद्ध होता है। भारतेन्दु हरिश्चंद्र के साहित्यिक योगदान से लेकर कैप्टन विक्रम बत्रा की देशभक्ति तक, यह दिन हमें प्रेरित करता है और हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है।
MA
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