Shimla Kidnapping Case: आरोपी ने बिटक्वाइन में मांगी थी फिरौती; बच्चों को डराने के लिए चुराई थी पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर, कॉल रिकॉर्डिंग आई सामने
बाबूशाही ब्यूरो
शिमला, 13 अगस्त 2025 :
बीसीएस स्कूल के तीन छात्रों के अपहरण के मामले की परतें खुलने लगी हैं। जांच में सामने आया है कि आरोपी ने अभिभावकों से बिटक्वाइन में फिरौती मांगी थी। फिरौती की कॉल के दौरान आरोपी ने अभिभावकों से इस बाबत जिक्र किया था। वहीं पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी ने एक सप्ताह पहले ही अपहरण करने की तैयारियां करते हुए बैग पैक कर लिया था। बैग में आरोपी ने रस्सी, मास्क, धारदार हथियार, लोडेड रिवॉल्वर रख दी थी। यह रिवॉल्वर उनके पिता की थी, जिसे उसने चुराया था।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बीसीएस (बिशप कॉटन स्कूल) के गेट से कुछ दूरी पर वह घंटों इंतजार करता रहा और अपनी पहचान छिपाए रखने के लिए कार से बाहर नहीं निकला। यही नहीं आरोपी ने गाड़ी के अंदर ही रखी बोतल में पेशाब किया। वहीं, पुलिस ने बुधवार दोपहर बीसीएस स्कूल के बाहर आरोपी को लेकर जाकर सीन रिक्रिएट किया। इस दौरान दो से तीन घंटे तक आरोपी से गाड़ी पार्क करने के स्थान से लेकर बच्चों को अगवा करने तक की पूरी वारदात को दोबारा से रिक्रिएट करवाया गया। आरोपी सुमित सूद को अदालत ने 13 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेजा है। एसएसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि पुलिस टीम मामले की गहनता से पड़ताल कर रही है।
अभिभावकों को पीड़ित बनकर किया कॉल, कहा-अपहरण के पीछे गैंग का हाथ
आरोपी ने अभिभावकों को खुद पीड़ित बनकर कॉल किया था। इसमें वह अपहरण के पीछे गैंग का हाथ होने की बात कह रहा है। कुल्लू के छात्र के पिता के साथ बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग के कुछ अंश सामने आए हैं...
सुमित सूद : मुझे भी पकड़ लिया था। मेरे को फोर्स किया जा रहा यह सब करने के लिए।
विदांश के पिता: कहां पर हैं आप अभी।
सुमित सूद : एक्चुअली ये बहुत डेंजरस लोग हैं, तो आप मेरे अगले फोन का वेट करें, बस स्कूल में न्यूज न बन जाए। अगर न्यूज बन गई तो उसका (बेटे) आना बहुत मुश्किल हो जाएगा।विदांश के पिता : आप अभी चंडीगढ़ में हैं या मोहाली में। आप चंडीगढ़ के किस सेक्टर में है।
सुमित सूद : सर मैं आपको कुछ भी नहीं बता सकता। मेरे बुरे हाल किए हुए हैं इन्होंने। बस आप नेक्स्ट कॉल का कभी भी वेट करना। क्योंकि ये बर्नर सिम फेंक दिए जाएंगे।
छात्र के पिता : आपको कैसे पता लगा कि ये (बच्चे का नाम लेकर) है।
सुमित सूद : इन लोगों ने बताया मुझे।
छात्र के पिता : अभी किस सेक्टर में हैं आप, वो तो 22 सेक्टर में था अभी।
सुमित सूद : हेलो, छात्र शिमला में हैं।
बच्चे के पिता : नहीं।
सुमित सूद : बच्चा शिमला में है।
बच्चे के पिता : वो शिमला नहीं, चंडीगढ़ में है 22 सेक्टर में
सुमित सूद : अगर आपको ऐसा लग रहा है, मुझे सिर्फ कॉल करने को बोला है। मेरे को नहीं पता।
बच्चे के पिता : चलो चलो मैं देखता हूं
सुमित सूद : नेक्स्ट कॉल पता नहीं कहां से ये लोग करेंगे, ये मुझे करना पड़ा आपको।
छात्र के पिता : ठीक है, ठीक है जी।
सुमित सूद : यही बोलना आपने कि और भी लोग हैं उसके साथ, तीन दोस्त हैं ये (बच्चे)।
छात्र के पिता : अच्छा तीन दोस्त हैं।
सुमित सूद : हां, बल्कि मैं आपको एक नंबर देता हूं। आप उनको भी कॉल करके बता दीजिए के ऐसा आपको भी फोन आया। प्लीज नंबर लिख लीजिए। उनको भी इन्फॉर्म कर दीजिए कि ये न्यूज न बन जाए, क्योंकि ये बच्चे इकट्ठे हैं उनके पास, उनके अंडर हैं।
छात्र का पिता : क्या नाम बताया आपने
सुमित सूद : थोड़ा जल्दी कीजिए, दिक्कत हो रही इसमें, बड़े ....लोग हैं, जी क्या, बहुत बुरा हाल कर दिया हमारा। जल्दी लिखिए सर। फिर अगवा किए दूसरे बच्चे के पिता का नंबर छात्र के पिता को दिया। इसके बाद कॉल कट जाती है। (SBP)
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