सुरजेवाला का बड़ा हमला: HPSC बना 'हेराफेरी सर्विस कमीशन', असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती घोटाले की न्यायिक जांच की मांग
चंडीगढ़, 15 जून:। हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया को लेकर कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने राज्य सरकार और आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि HPSC अब “हेराफेरी, धांधली और गड़बड़झाले” का अड्डा बन चुका है, जहां युवाओं के भविष्य से खुला खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
मुख्य आरोप और मांगें:
रणदीप सुरजेवाला ने निम्न मांगें रखीं:
HPSC को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के सभी पेपर दोबारा पारदर्शी तरीके से कराए जाएं।
प्रश्नपत्र घोटाले की न्यायिक जांच हो।
विशेषज्ञ समूह गठित कर भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो।
आरोपों की प्रमुख बिंदुवार ‘क्रोनोलॉजी’:
▶ “अटैची रिश्वत कांड” का हवाला:
सुरजेवाला ने बताया कि 2021 में HPSC सचिव अनिल नागर के कमरे से ₹1.08 करोड़ बरामद हुए थे। पूरी डेंटल सर्जन भर्ती प्रक्रिया संदिग्ध पाई गई थी, लेकिन आयोग के चेयरमैन आलोक वर्मा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
▶ 2019 से रुकी भर्ती प्रक्रिया:
साल 2019 के बाद से असिस्टेंट प्रोफेसर की कोई भर्ती नहीं हुई। अगस्त 2024 में 2,424 पदों की विज्ञप्ति जारी हुई, लेकिन भर्ती प्रक्रिया लगातार विवादों से घिरी रही।
▶ पेपर लीक, सील टूटी, प्रश्न गलत:
29 मई 2025 (पॉलिटिकल साइंस): पेपर की सील टूटी मिली।
1 जून 2025 (हिंदी): 6 पेपरों की सील टूटी, 27 प्रश्न गलत; बाद में पेपर रद्द।
8 जून 2025 (ज्योग्राफी): 32 प्रश्न बिहार पीएससी से हूबहू नकल पाए गए।
18 मई 2025 (हिस्ट्री): 22 प्रश्न छत्तीसगढ़ PSC व 16 प्रश्न उत्तराखंड SET से कॉपी पाए गए।
▶ “नकल भी गलत”:
कुछ प्रश्न न केवल नकल किए गए बल्कि मूल स्रोत में गलत थे और HPSC ने उन्हें भी जस का तस रखा। इससे युवाओं के बीच गहरी नाराजगी है।
सुरजेवाला का आरोप: "बिहार से आयात चेयरमैन, बिहार से आयात पेपर"
रणदीप ने तंज कसते हुए कहा कि जब HPSC के चेयरमैन आलोक वर्मा को बिहार से आयात किया गया है, तो क्या पेपर भी वहीं से मंगाए जा रहे हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरी प्रक्रिया एक साजिश है जिसमें कुछ विशेष अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
सरकार की चुप्पी पर सवाल:
सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और कहा कि युवाओं की मेहनत और भविष्य के साथ इतना बड़ा धोखा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सुरजेवाला के इन आरोपों से राज्य की सबसे बड़ी भर्ती संस्था HPSC की साख पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या न्यायिक जांच की मांग पर विचार होता है या नहीं।
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