कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 82वीं बैठक सम्पन्न: महाभारत थीम पर चौक व गेट, इलेक्ट्रिक बसें, इंफॉर्मेशन सेंटर और ऐतिहासिक स्थलों का होगा विकास
रमेश गोयत
चंडीगढ़/कुरुक्षेत्र, 18 जून 2025 –
धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक मंच पर स्थापित करने के उद्देश्य से कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) की 82वीं बैठक आज चंडीगढ़ में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता हरियाणा के राज्यपाल एवं बोर्ड अध्यक्ष बंडारू दत्तात्रेय ने की, जबकि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उपाध्यक्ष के तौर पर उपस्थित रहे। बैठक में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, सांसद नवीन जिंदल (वीडियो कांफ्रेंसिंग से), कई अधिकारी व धर्मनगरी से जुड़े विशिष्टजन शामिल रहे।
मुख्यमंत्री सैनी बोले: “हर आगंतुक को लगे, वह महाभारत की धरती पर आया है”
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बैठक में कहा कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को आध्यात्मिक पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में सरकार ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा:
“ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि जब कोई पर्यटक यहां आए, तो उसे महसूस हो कि वह उस पावन भूमि पर आया है, जहां भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था।”
प्रमुख निर्णय व घोषणाएं:
✅ कुरुक्षेत्र में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें
48 कोस के तीर्थ स्थलों को आपस में जोड़ने के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू की जाएगी।
बसों में रूट मैप और डेलीवेज पास की सुविधा रहेगी।
डेलीवेज पास से बस यात्रा के साथ-साथ तीर्थ स्थलों में प्रवेश भी संभव होगा।
✅ महाभारत थीम पर सजेंगे गेट और चौक
शहर के प्रवेश द्वार और चौकों को महाभारत आधारित डिजाइन में बदला जाएगा।
सुदर्शन चक्र का जीर्णोद्धार किया जाएगा, श्रीकृष्ण की प्रतिमा और लाइटिंग के साथ।
ब्रहमसरोवर के गेट, रेलवे ब्रिज और सार्वजनिक दीवारों पर श्लोक व पेंटिंग्स से सजावट होगी।
✅ 4 इंफॉर्मेशन सेंटर बनेंगे
पिपली बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, ज्योतिसर व केडीबी कार्यालय में सूचना केंद्र बनाए जाएंगे।
तीर्थ यात्रियों को होटल, स्थलों, मार्गदर्शन और पर्यटन संबंधी जानकारी दी जाएगी।
✅ 48 कोस में शामिल 18 नए तीर्थ स्थल
पहले चिन्हित 164 तीर्थ स्थलों के अलावा, अब 18 नए स्थल भी जोड़े गए हैं।
सभी स्थलों का 統一 डिज़ाइन, रंग, गेट, पार्क और हॉल होगा।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा: इतिहास भी होगा जीवंत
सभी ऐतिहासिक स्थलों पर सूचना बोर्ड लगेंगे, जिनमें उनका धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व अंकित होगा।
जैसे बाण गंगा, भीष्म कुंड जैसे स्थानों पर प्राचीन संदर्भों को प्रदर्शित किया जाएगा।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के सुझाव:
इंदौर की तर्ज पर स्वच्छता अभियान चलाया जाए।
गीता महोत्सव में जापान को ग्लोबल पार्टनर बनाया जाए।
"ग्लोबल गीता समिट" का आयोजन हो, जिसमें अंतरराष्ट्रीय विद्वानों की भागीदारी हो।
बैठक में हुए शामिल प्रमुख अधिकारी व सदस्य:
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी,
ACS डॉ. सुमिता मिश्रा (गृह विभाग),
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता,
ADPS डॉ. साकेत कुमार,
सीईओ केडीबी पंकज सेतिया,
विकास गुप्ता (सदस्य सचिव),
भारत भूषण भारती (ओएसडी, सीएम)
साथ ही अन्य गणमान्य सदस्य और विद्वान।
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के चहुंमुखी विकास को लेकर राज्य सरकार ने ठोस दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। आध्यात्मिक विरासत को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की तैयारी तेज हो गई है।
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