10वीं और 12वीं के छात्र हो जाएं Alert! CBSE का नया नियम, अगर की ये गलती तो Board Exam से हो जाओगे बाहर
Babushahi Bureau
नई दिल्ली | 6 अगस्त, 2025 : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025-26 Session के लिए एक बड़ा और सख्त नियम लागू किया है। बोर्ड ने साफ कर दिया है कि 10वीं और 12वीं की Board Exam में बैठने के लिए अब Students की कम से कम 75% Attendance अनिवार्य होगी। इस कदम का मुख्य मकसद स्कूलों में अनुशासन को बढ़ाना और 'डमी स्टूडेंट्स' की प्रथा पर पूरी तरह रोक लगाना है।
क्यों उठाया गया यह कड़ा कदम?
CBSE ने अपने नए सर्कुलर में कहा है कि कई स्कूल और छात्र Attendance के नियमों को गंभीरता से नहीं ले रहे थे। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि Academic Discipline (शैक्षणिक अनुशासन) से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और यह नियम सख्ती से लागू होगा।
किन परिस्थितियों में मिलेगी छूट?
बोर्ड के परीक्षा नियमों के अनुसार, 75% से कम हाजिरी वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, कुछ विशेष और गंभीर मामलों में छूट का प्रावधान है:
1. छात्र या परिवार में किसी को गंभीर बीमारी होना।
2. परिवार में किसी की मृत्यु हो जाना।
3. National या International स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में भागीदारी।
अहम शर्त: इन सभी मामलों में छूट तभी मिलेगी जब छात्र समय पर सभी जरूरी Documents और प्रमाण स्कूल में जमा कराएंगे।
स्कूलों और अभिभावकों के लिए सख्त निर्देश
1. स्कूलों के लिए: Session की शुरुआत में ही छात्रों और अभिभावकों को इस नियम की जानकारी दें। Attendance कम होने पर रजिस्टर्ड पोस्ट या Email से लिखित में सूचित करें।
2. अभिभावकों के लिए: Medical छुट्टी के लिए डॉक्टर का सर्टिफिकेट और अन्य छूट के लिए संबंधित दस्तावेज समय पर स्कूल में जमा कराएं।
स्कूलों पर भी होगी कार्रवाई
CBSE ने चेतावनी दी है कि वह स्कूलों में कभी भी औचक निरीक्षण (Surprise Inspection) कर सकता है। अगर Attendance रिकॉर्ड में किसी भी तरह की गड़बड़ी या हेराफेरी पाई गई, तो उस स्कूल की मान्यता (Affiliation) रद्द की जा सकती है और छात्रों को परीक्षा देने से रोका जा सकता है। सभी रिकॉर्ड्स को Daily अपडेट करना अनिवार्य है।
MA
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