Himachal Cloud Burst: हिमाचल में पांच जगह फटे बादल; 5 गाड़ियां, चार कॉटेज और गानवी में दो शेड बहे, तीन पुल टूटे, जानें आज कैसा रहेगा मौसम
बाबूशाही ब्यूरो
शिमला/कुल्लू/रामपुर, 14 अगस्त 2025 : मौसम विभाग के भारी बारिश के ऑरेंज अलर्ट के बीच बुधवार को हिमाचल में पांच जगह बादल फटे हैं। श्रीखंड के भीमडवारी एवं नंती, किन्नौर के पूह, लाहौल के मयाड़ और कुल्लू की तीर्थन घाटी में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। भीमडवारी और नंती में बादल फटने से आई बाढ़ में गानवी में दो शेड बह गए, जबकि छह पानी में डूब गए। यहां एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया।
बाढ़ की जद में आई पुलिस चौकी में पानी घुस गया। तीर्थन घाटी के बंजार में टिल्ला और दोगड़ा पुल भी क्षतिग्रस्त हुआ है। निरमंड की कुर्पण खड्ड उफान पर होने से बागीपुल बाजार खाली करवा लिया गया है। कुल्लू की तीर्थन घाटी में पांच गाड़ियां एवं चार कॉटेज बह गए। इस दौरान कॉटेज में कोई नहीं था।
लाहौल की मयाड़ घाटी में करपट गांव को खाली करवाकर 22 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। किन्नौर के पूह में बादल फटने से होजो नाले में आई बाढ़ में आईटीबीपी कैंप के लिए ऋषि डोगरी सड़क निर्माण में लगी कंपनी की मशीनरी बह गई। कंपनी के पांच कर्मचारी भी फंस गए हैं, उन्हें रेस्क्यू किया जा रहा है। पांच जगह बादल फटने के साथ ही बुधवार को शिमला समेत प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बादल बरसे।
भारी-बारिश और भूस्खलन के चलते प्रदेश में दो नेशनल हाईवे समेत 323 सड़कें बंद हो गई हैं। इसके साथ ही 70 बिजली के ट्रांसफार्मर और 130 पेयजल योजनाएं ठप हो गई हैं। कई इलाकों में बिजली गुल होने के साथ पेयजल संकट हो गया है। निरमंड विकास खंड के तहत बुधवार शाम करीब 5 बजे श्रीखंड और रामपुर उपमंडल के नंती क्षेत्र में बादल फटे। इससे कुर्पण और गानवी खड्ड में बाढ़ आ गई।
गानवी खड्ड में पानी बढ़ने से पुल क्षतिग्रस्त हो गया। खड्ड के साथ लगते घरों को खाली करवा दिया गया है। ग्रीनको कंपनी के इनटेक को भी नुकसान हुआ है। अभी तक इन क्षेत्रों में कोई जानी नुकसान की सूचना नहीं है।
कुल्लू जिले के बंजार की तीर्थन घाटी के बठाहड़ क्षेत्र में मशियार पंचायत के मझल्ली गांव के पास बादल फटा। इससे फलाचन खड्ड में बाढ़ आ गई। इससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। यहां दो पुल टूटे हैं। मयाड़ घाटी में बादल फटने से करपट, छिंगुट और उदगोसे गांव प्रभावित हुए हैं। लोगों की जमीनें पानी के सैलाब में बह गईं हैं।
प्रशासन ने प्रभावितों को राहत सामग्री के तौर पर हर परिवार को 10,000 रुपये की अंतरिम सहायता दी है। मयाड़ घाटी में मंगलवार रात को आई बाढ़ से भी जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है। करपट गांव को प्रशासन ने खाली करवाकर सभी 22 प्रभावित परिवार सुरक्षित स्थान पर ठहरा दिए हैं। हालांकि मंगलवार की रात ग्रामीणों को टेंट में ही काटनी पड़ी।
उधर, कांगड़ा जिले में बुधवार को सुबह से हल्की बारिश का दौर जारी रहा। खराब मौसम और कम दृश्यता के चलते इंडिगो की दिल्ली से कांगड़ा हवाई अड्डा के लिए एक उड़ान रद्द रही। बारिश से जिले में तीन कच्चे मकान जमींदोज हो गए, जबकि 16 अन्य घरों और 21 गोशालाओं के साथ दो रसोई घरों को नुकसान पहुंचा है। चंबा जिले में मंगलवार रात को हुई मूसलाधार बारिश से 18 स्कूलों के कमरों, सुरक्षा दीवारों और रसोईघरों को नुकसान पहुंचा है। एक गोशाला की सुरक्षा दीवार और एक कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हुआ है। हमीरपुर में दो पक्के घर, सात कच्चे घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दो डंगे और चार गोशालाओं को भी नुकसान हुआ है।
चंबा, कांगड़ा, मंडी में आज भी भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने हिमाचल के तीन जिलों चंबा, कांगड़ा और मंडी के कई क्षेत्रों में वीरवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में येलो अलर्ट रहेगा। 15 अगस्त के लिए सिरमौर, शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा और चंबा जिला में हल्की बारिश की संभावना है। प्रदेश में 19 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है।
मानसून में 2,031 करोड़ पहुंचा नुकसान का आंकड़ा
हिमाचल में इस मानसून सीजन में 20 जून से 12 अगस्त तक 241 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। 326 लोग घायल हुए हैं। 36 लोग अभी लापता हैं। इस दौरान 115 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई है। बादल फटने, भूस्खलन एवं बाढ़ से अब तक 2,507 कच्चे-पक्के घरों, दुकानों को क्षति हुई है। 2,043 गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। नुकसान का कुल आंकड़ा 2,031 करोड़ रुपये पहुंच गया है। (SBP)
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