Himachal Pradesh: मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के निशाने पर जयराम, अनुराग; नादौन के मंझेली में बोले, जयराम ठाकुर ने पांच साल हमीरपुर की अनदेखी की
कहा -अनुराग ठाकुर को लगा झूठ का रोग, हमीरपुर मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति पर गुमराह करते हैं
बाबूशाही ब्यूरो
नादौन,08 नवंबर 2025 : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू जी के एकदिवसीय नादौन दौरे के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और सांसद अनुराग ठाकुर निशाने पर रहे। मुख्यमंत्री ने अपने ननिहाल मंझेली में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री रहते पांच साल तक हमीरपुर जिला की अनदेखी की। हमीरपुर से तीन भाजपा विधायक जीतकर गए, लेकिन एक भी मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के गृह जिला से नहीं बनाया।
हमीरपुर में पूर्व सरकार के समय से चल रहे निर्माण कार्यों पर एक भी नई ईंट नहीं लगाई। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के समय हुए शिलान्यास और निर्माणाधीन कार्यों को भी आगे नहीं बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सांसद अनुराग ठाकुर को झूठ बोलने का रोग लग चुका है। वह हमीरपुर मेडिकल कॉलेज पर जनता को गुमराह करते रहते हैं। यह मेडिकल कॉलेज यूपीए सरकार में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद से मैंने मंजूर करवाया था। पूर्व भाजपा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे विपिन सिंह परमार विधानसभा में इसका जवाब भी दे चुके हैं। आरटीआई के माध्यम से कोई भी जानकारी ले सकता है कि मनमोहन सिंह सरकार में मार्च 2014 में यह कॉलेज स्वीकृत हुआ था, 190 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान भी पूर्व यूपीए सरकार ने ही किया था। अगर भाजपा की केंद्र सरकार इस मेडिकल कॉलेज को स्वीकृत करती तो इसका नामकरण अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर होता, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे व पूर्व उपराष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन जी के नाम पर नहीं होता।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी सरकार में हमीरपुर मेडिकल कॉलेज का नींव पत्थर तो रख गए, लेकिन जोलसप्पड़ में मेडिकल कॉलेज निर्माण में एक भी ईंट नहीं लगाई।
यह हमीरपुर का सौभाग्य ही है कि कांग्रेस पार्टी ने पहली बार निचले हिमाचल से मुख्यमंत्री बनाया है। यह निचले हिमाचल के लोगों के लिए भी गर्व की बात है। पूरे प्रदेश में समान विकास कांग्रेस सरकार करवा रही है। यह असल व्यवस्था परिवर्तन है, जिसके तहत पूर्व भाजपा सरकार और धूमल जी के समय हुए शिलान्यास और शुरू हुए निर्माण कार्यों को भी पूरा करवाया जा रहा है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण हमीरपुर बस स्टैंड और बड़सर का मिनी सचिवालय है। (SBP)
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