बड़ी खबर : केंद्र सरकार ने बदला PMO दफ़्तर का नाम! अब इस 'नए नाम' से जाना जाएगा प्रधानमंत्री कार्यालय
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 2 दिसंबर, 2025 : केंद्र सरकार ने देश के प्रशासनिक इतिहास में एक बड़ा और सांस्कृतिक बदलाव करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) समेत कई प्रमुख सरकारी भवनों के नाम बदल दिए हैं। सरकार के नए आदेश के मुताबिक, अब PMO को 'सेवा तीर्थ' (Seva Tirth) के नाम से जाना जाएगा, जबकि राज्यों के राजभवन (Raj Bhavan) अब 'लोक भवन' (Lok Bhavan) कहलाएंगे।
इसके अलावा, केंद्रीय सचिवालय (Central Secretariat) का नाम बदलकर 'कर्तव्य भवन' (Kartavya Bhavan) कर दिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि यह बदलाव सिर्फ प्रशासनिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक है, जो सत्ता से सेवा की ओर बढ़ते कदम को दर्शाता है।
अब इन नए नामों से होगी पहचान
सरकार ने औपनिवेशिक मानसिकता को खत्म करने और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए यह निर्णय लिया है।
1. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO): अब 'सेवा तीर्थ' (Seva Tirth)
2. राजभवन (Raj Bhavan): अब 'लोक भवन' (Lok Bhavan)
3. केंद्रीय सचिवालय (Central Secretariat): अब 'कर्तव्य भवन' (Kartavya Bhavan)
क्यों बदला गया राजभवन का नाम?
केंद्रीय गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने स्पष्ट किया है कि पिछले साल राज्यपालों के सम्मेलन में इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी। इसमें माना गया कि 'राजभवन' शब्द गुलामी के दौर और राजशाही मानसिकता का प्रतीक है। लोकतंत्र में 'राज' की जगह 'लोक' (जनता) सर्वोपरि है, इसलिए राज्यपालों और उप-राज्यपालों के कार्यालयों को अब लोक भवन और लोक निवास जैसे नामों से जाना जाएगा।
साउथ ब्लॉक से शिफ्ट होगा PMO
सिर्फ नाम ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का दफ्तर अब अपनी जगह भी बदलने वाला है। पीएमओ 78 साल पुराने साउथ ब्लॉक (South Block) से निकलकर 'सेवा तीर्थ' नाम वाले नए और अत्याधुनिक कैंपस में शिफ्ट होने जा रहा है। यह बदलाव सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना (Central Vista Redevelopment Project) का एक अहम हिस्सा है।
1. सेवा तीर्थ-1: यहां से पीएमओ अपना कामकाज देखेगा।
2. सेवा तीर्थ-2: इसमें कैबिनेट सचिवालय (Cabinet Secretariat) होगा। 14 अक्टूबर को कैबिनेट सचिव टी.वी. सोमनाथन ने यहीं सेना प्रमुखों के साथ बैठक की थी।
3. सेवा तीर्थ-3: यहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) का दफ्तर होगा।
राजपथ से कर्तव्य पथ तक का सफर
इससे पहले केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक 'राजपथ' (Rajpath) का नाम बदलकर 'कर्तव्य पथ' (Kartavya Path) किया था। इसी तरह, 2016 में प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास का नाम रेस कोर्स रोड (Race Course Road) से बदलकर लोक कल्याण मार्ग (Lok Kalyan Marg) किया गया था। सरकार का कहना है कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत 20 हजार करोड़ रुपये के बजट से राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक नई संसद, केंद्रीय सचिवालय और पीएम-वीपी आवास का निर्माण किया जा रहा है, जो नए भारत की तस्वीर पेश करेगा।
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