Period Pain Relief: हर महीने के दर्द से हैं परेशान? अपनाएं ये 8 आसान घरेलू नुस्खे
Babushahi Bureau
नई दिल्ली: मासिक धर्म यानी पीरियड्स एक नेचुरल प्रोसेस है, जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है। प्यूबर्टी (Puberty) यानी किशोरावस्था से शुरू होने वाला यह चक्र किसी के लिए सामान्य रहता है, तो किसी के लिए बेहद कष्टदायक। अक्सर महिलाओं को इस दौरान पेट, कमर या जांघों में तेज दर्द और ऐंठन (Cramps) का सामना करना पड़ता है, जिसे मेडिकल भाषा में डिसमेनोरिया (Dysmenorrhea) कहा जाता है।
कई बार यह दर्द इतना असहनीय हो जाता है कि महिलाओं के लिए अपनी डेली लाइफ के सामान्य काम करना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन राहत की बात यह है कि कुछ आसान घरेलू और देसी उपायों को अपनाकर इस दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
क्यों होता है इतना दर्द? (Causes & Symptoms)
दर्द के कारणों को समझना इलाज का पहला कदम है। पीरियड्स में दर्द की मुख्य वजह बच्चेदानी की मांसपेशियों का सिकुड़ना, हार्मोनल असंतुलन, यूट्रस में गांठ या बहुत ज्यादा स्ट्रेस हो सकता है।
इसके अलावा एंडोमेट्रियोसिस जैसी समस्याएं और खराब लाइफस्टाइल भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। इन वजहों से न सिर्फ पेट और कमर में दर्द होता है, बल्कि थकान, कमजोरी, मूड स्विंग्स (Mood Swings), पेट फूलना (Bloating) और सिरदर्द जैसी परेशानियां भी घेर लेती हैं।
दर्द कम करने के 8 असरदार देसी इलाज (Home Remedies)
अगर आप भी हर महीने इस दर्द से जूझती हैं, तो पेन किलर लेने के बजाय इन नेचुरल तरीकों को आजमा सकती हैं:
1. गर्म पानी से सिकाई (Heat Therapy): मांसपेशियों को आराम देने के लिए पेट या कमर के निचले हिस्से पर 10-15 मिनट तक हॉट वॉटर बैग (Hot Water Bag) या हीट पैड रखें। अगर दर्द ज्यादा हो, तो दिन में 2 से 3 बार गर्म तौलिए से सिकाई करें। इससे सिकुड़न कम होती है और दर्द में राहत मिलती है।
2. हाइड्रेटेड रहें (Hydration): पीरियड्स के दौरान शरीर में पानी की कमी न होने दें। हल्का गर्म पानी पीना सबसे बेहतर है, क्योंकि यह शरीर में ब्लड फ्लो (Blood Flow) को सही रखता है और पेट की ऐंठन को कम करने में मदद करता है।
3. हल्का योग और स्ट्रेचिंग (Yoga & Stretching): दर्द में भारी वर्कआउट से बचें, लेकिन हल्का योग जैसे 'चाइल्ड पोज' या 'कैट-काउ पोज' जरूर करें। हल्की स्ट्रेचिंग करने से शरीर की जकड़न खुलती है और दर्द से आराम मिलता है।
4. अदरक-हल्दी की चाय (Herbal Tea): अदरक और हल्दी दोनों में सूजन कम करने वाले (Anti-inflammatory) गुण होते हैं। इनकी चाय पीने से न केवल दर्द कम होता है, बल्कि यह आपके मूड को भी बेहतर बनाने में मदद करती है।
5. सौंफ का पानी (Fennel Seeds Water): पेट की ऐंठन को कम करने के लिए सौंफ का पानी बहुत कारगर है। इसके लिए एक चम्मच सौंफ को रातभर पानी में भिगो दें और सुबह इसे छानकर खाली पेट पी लें। इससे पीरियड्स भी नियमित रहते हैं।
6. तिल और गुड़ का सेवन (Sesame & Jaggery): तिल में कैल्शियम और मैग्नीशियम (Magnesium) भरपूर मात्रा में होता है। 1-2 चम्मच तिल को थोड़े से गुड़ के साथ मिलाकर खाने से गर्भाशय की मांसपेशियों को रिलैक्स होने में मदद मिलती है, जिससे दर्द घटता है।
7. एसेंशियल ऑयल से मालिश (Oil Massage): गर्म तेल, जैसे लैवेंडर या नारियल तेल से पेट और कमर पर हल्के हाथों से मालिश करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) बेहतर होता है और दर्द में तुरंत राहत मिलती है।
8. खानपान में परहेज (Dietary Precautions): पीरियड्स के दौरान कैफीन (Caffeine) और तली-भुनी चीजों से दूरी बनाकर रखें। ये चीजें पेट फूलने की समस्या को बढ़ा सकती हैं, जिससे दर्द और ज्यादा महसूस हो सकता है।
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