Health Alert! शरीर पर दिखें ये 5 लक्षण तो तुरंत कराएं Cholesterol चेक
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, 2025 : कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ है जो हमारे शरीर की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने के लिए ज़रूरी है, लेकिन जब खून में इसकी मात्रा बढ़ जाती है, तो यह 'साइलेंट किलर' (silent killer) का रूप ले लेता है। यह धीरे-धीरे हमारी धमनियों (arteries) में जमा होकर उन्हें संकरा कर देता है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी और अनहेल्दी खानपान की वजह से हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या बहुत आम हो गई है। ज़्यादातर लोग सीने में दर्द, थकान या सांस फूलने को ही इसके लक्षण मानते हैं, लेकिन कई बार हमारा शरीर, खासकर हमारी त्वचा, बहुत पहले से ही इसके खतरे के संकेत देने लगती है।
अगर इन शुरुआती संकेतों को समय पर पहचान लिया जाए, तो गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। अक्सर लोग त्वचा पर होने वाले इन बदलावों को सामान्य समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जो आगे चलकर जानलेवा साबित हो सकता है। इसलिए, यह जानना बेहद ज़रूरी है कि वे कौन से लक्षण हैं जो बताते हैं कि आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल खतरे की सीमा पार कर चुका है।
त्वचा पर दिखने वाले कोलेस्ट्रॉल के 5 चेतावनी संकेत
1. आंखों के आसपास पीले धब्बे (Xanthelasma) : अगर आपकी आंखों के ऊपर या नीचे की पलकों पर या उसके आसपास छोटे, मुलायम और पीले रंग के उभार दिखाई देने लगें, तो यह हाई कोलेस्ट्रॉल का एक प्रमुख संकेत है। इन्हें जैंथेलाज्मा (Xanthelasma) कहा जाता है। ये धब्बे दर्द नहीं देते, लेकिन यह खून में फैट की मात्रा बढ़ने का स्पष्ट इशारा हैं और इन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
2. त्वचा पर मोम जैसी गांठें (Xanthomas) : शरीर के अन्य हिस्सों, जैसे कोहनी, घुटने, हाथों या पैरों पर पीले या नारंगी रंग की मोम जैसी गांठें दिखना भी बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल का लक्षण हो सकता है। इन्हें जैंथोमा (Xanthoma) कहते हैं। ये त्वचा के नीचे कोलेस्ट्रॉल जमा होने के कारण बनती हैं और संकेत देती हैं कि खून में फैट का स्तर बहुत ज़्यादा हो गया है।
3. त्वचा के रंग में बदलाव और खुजली : जब धमनियों में प्लाक (plaque) जमने लगता है, तो त्वचा तक खून का प्रवाह कम हो जाता है। इससे त्वचा को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पाता, जिसके कारण त्वचा का रंग पीला या नीला पड़ सकता है, खासकर पैरों में। इसके अलावा, बिना किसी स्पष्ट कारण के त्वचा में लगातार खुजली और जलन होना भी खराब ब्लड सर्कुलेशन का संकेत हो सकता है।
4. पैरों का ठंडा रहना और घाव का धीरे भरना : अगर आपके पैर अक्सर ठंडे रहते हैं, भले ही मौसम गर्म हो, तो यह एक चेतावनी हो सकती है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से पैरों की धमनियां संकरी हो जाती हैं, जिससे वहां खून का प्रवाह बाधित होता है। इसी कारण पैरों में लगने वाली छोटी-मोटी चोट या घाव भी बहुत धीरे-धीरे भरते हैं।
5. पैरों में लगातार दर्द या ऐंठन : चलते समय या आराम करते समय भी पैरों, जांघों या कूल्हों में दर्द या ऐंठन महसूस होना पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral Artery Disease - PAD) का लक्षण हो सकता है, जो हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण होता है। यह दर्द इसलिए होता है क्योंकि मांसपेशियों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं मिल पाता है।
निष्कर्ष: लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें
अगर आपको अपनी त्वचा पर इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो इसे सामान्य मानकर टालें नहीं। ये लक्षण बताते हैं कि आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ चुका है और आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। एक साधारण ब्लड टेस्ट (lipid profile) से कोलेस्ट्रॉल के स्तर का पता लगाया जा सकता है। सही समय पर जांच और इलाज से आप दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
(Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)