Earthquake News : आधी रात को 6.1 की तीव्रता से कांपी 3 देशों की धरती! मची दहशत
Babushahi Bureau
काबुल/इस्लामाबाद/श्रीनगर, 22 अक्टूबर, 2025 : आधी रात जब लोग गहरी नींद में थे, तभी अफगानिस्तान के हिंदूकुश पर्वतीय क्षेत्र में आए तेज भूकंप (Earthquake) ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। रिक्टर पैमाने (Richter Scale) पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र जमीन से लगभग 244 किलोमीटर की गहराई पर था। झटके इतने मजबूत थे कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए।
यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (European-Mediterranean Seismological Centre - EMSC) के अनुसार, भूकंप का केंद्र हिंदूकुश क्षेत्र में था, जबकि इसका असर सैकड़ों किलोमीटर दूर तक महसूस किया गया। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और जलालाबाद समेत कई शहरों में इमारतें हिल गईं। पाकिस्तान और कश्मीर में भी रातभर लोग सड़कों पर डरे-सहमे नजर आए।
पाकिस्तान और कश्मीर में भी झटकों का असर
एजेंसी एएनआई (ANI) के मुताबिक, पाकिस्तान में भी मंगलवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए।
1. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के बयान में बताया गया कि पाकिस्तान में भूकंप की तीव्रता 3.8 रही।
2. इससे पहले सोमवार को पाकिस्तान में 4.7 तीव्रता का और शनिवार-रविवार को 4.0 तीव्रता के झटके दर्ज किए गए थे।
3. कश्मीर के श्रीनगर, बारामूला, जम्मू और आसपास के इलाकों में भी धरती हिलने का अहसास हुआ।
हालांकि शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, फिलहाल किसी तरह के बड़े जानमाल के नुकसान (Casualties) की सूचना नहीं है। कई जगहों पर दीवारों में दरारें और बिजली आपूर्ति बाधित होने के समाचार हैं।
विशेषज्ञों ने बताया—क्यों खतरनाक होता है यह इलाका
भूकंप विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालयी क्षेत्र (Himalayan Region) लगातार टेक्टोनिक प्लेटों (Tectonic Plates) की हलचल के कारण अत्यधिक संवेदनशील (Highly Sensitive Zone) बना हुआ है।
1. यह इलाका भूकंपीय रूप से सक्रिय (Seismically Active Zone) क्षेत्र में आता है।
2. 2005 में आए 7.6 तीव्रता के भूकंप ने कश्मीर और पाकिस्तान को भारी तबाही झेलनी पड़ी थी।
3. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस क्षेत्र में भविष्य में भी भूकंप आने की संभावना बनी रहती है।
प्रशासन अलर्ट पर, लोगों से की अपील
अफगानिस्तान, पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आपदा प्रबंधन (Disaster Management) टीमों को अलर्ट मोड पर रखा है।
1. सुरक्षा एजेंसियों ने इमारतों की जांच शुरू कर दी है।
2. प्रभावित इलाकों में बिजली और संचार व्यवस्था बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
3. नागरिकों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
यह ताज़ा भूकंप एक बार फिर याद दिलाता है कि हिंदूकुश और हिमालयन बेल्ट (Himalayan Belt) दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में से हैं, जहां धरती की हलचल कभी भी बड़े झटके में बदल सकती है।